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मधुबनी:
बिहार संस्कृत बोर्ड के नव नियुक्त माननीय अध्यक्ष श्री मृत्युंजय झा के गृह जिला आगमन पर उनके पैतृक आवास हरिपुर में जिला जद (यू) परिवार की तरफ से जद (यू) शिक्षा प्रकोष्ठ का एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ० संजीव झा के अगुवाई में मिला। जहां अध्यक्ष डॉ० संजीव झा एवं उनके साथ गए अन्य सदस्यों ने संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष को सम्मानित किया। डॉ० संजीव झा द्वारा बोर्ड के अध्यक्ष को जिले में स्थित संस्कृत विद्यालयों के वर्तमान स्थितियों से अवगत करवाया गया एवं अनुरोध किया गया कि विभिन्न विद्यालयों सहित संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा पर भी अपनी विशेष नजर बनाए रखें। डॉ० झा ने शिक्षकों के खाली पड़े पदों पर नियुक्ति जल्द से जल्द करवाने के संबंध में भी बोर्ड के अध्यक्ष से आग्रह किया। डॉ० संजीव झा द्वारा पंडौल प्रखंड के सरिसब पाही ग्राम स्थित गुरुकुल आश्रम के संबंध में भी चर्चा किया गया जहां प्रदेश के कई अलग अलग जिलों से बच्चे आकर संस्कृत की पढ़ाई कर रहे हैं एवं आस पास के इलाकों में अनेकों कार्यक्रम में श्लोकों का उच्चारण कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं। सभी अनुरोधों को सुनने के बाद बोर्ड के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय के द्वारा आश्वाशन दिया गया कि मधुबनी सहित पूरे प्रदेश को बहुत जल्द संस्कृत बोर्ड द्वारा संस्कृत एवं संस्कृत विद्यालयों, विश्वविद्यालयों के कायाकल्प हेतु किए गए कार्यों पर बहुत गर्व होगा। आने वाले समय में बोर्ड को पूर्णतः डिजिटल किया जाएगा जिससे विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कोई परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा हमारी धरोहर है इसके उत्थान के लिए मैं भी मेहनत करूंगा और संस्कृत बोर्ड भी पूरी मेहनत करेगा।
प्रतिनिधिमंडल में शिक्षा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ० संजीव झा के साथ उपाध्यक्ष अमित वर्मा, नगर अध्यक्ष नीतेश आर्या, कोषाध्यक्ष अनिल झा, महासचिव अंकित सिंह, जद (यू) युवा के प्रदेश महासचिव राजा चौधरी आदि शामिल थे।