- विधानसभा चुनाव में राजद से सिंबल नहीं मिलने पर कार्यकर्ताओं ने बनाया दबाव
- पूर्व विधायक के पुत्र राकेश कुमार रौशन उर्फ विमल यादव निर्दलीय से नामांकन दाखिल करेंगे
- सैकड़ों कार्यकर्ताओं के समक्ष सर्वसम्मति से लिए निर्णय
फोटो : नरकटिया में पूर्व विधायक सीताराम यादव के आवास पर जुटे समर्थक
खबर दस्तक
बासोपट्टी/मधुबनी :
रौशन ठाकुर
33-खजौली विधानसभा से राजद के पुराने कार्यकर्ता पूर्व विधायक सीताराम यादव को पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर बैठक आयोजित कर नाराजगी व्यक्त किया गया। शनिवार को बासोपट्टी प्रखंड के नरकटिया में पूर्व विधायक सीताराम यादव के निजी आवास पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर निर्दलीय से चुनाव लड़ने की मांग किए, जिसके बाद सर्वसम्मति से सैकड़ों कार्यकर्ताओं के समक्ष राजद पूर्व विधायक के पुत्र राकेश कुमार रौशन उर्फ विमल यादव को निर्दलीय से नामांकन दाखिल करने का निर्णय लिया गया। कई राजद कार्यकर्ताओं ने कहा कि राजद पार्टी की स्थापना के समय से पूर्व विधायक सीताराम यादव ने संगठन के प्रति कार्य किए, जिसके बाद भी राजद से टिकट नहीं मिलना दुर्भाग्य है।राजद नेता तेजस्वी यादव के प्रति लोगों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व विधायक पार्टी के हित में संगठन को काफी मजबूत किए थे। खजौली विधानसभा के अलावे भी प्रदेश में संगठन के प्रति वफादारी निभाए परन्तु उन्हें टिकट नहीं मिला। निर्दलीय चुनाव 20 अक्टूबर सोमवार को नामांकन दाखिल करने की बात कहीं। राजद में टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष की प्रतिक्रिया कई कार्यकर्ताओं ने व्यक्त किया है। खजौली विधानसभा क्षेत्र से दो बार राजद के विधायक रह चुके पूर्व विधायक सीताराम यादव के पुत्र राकेश कुमार रौशन उर्फ़ विमल ने पार्टी से अलग राह चुनते हुए इस बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि खजौली विधानसभा क्षेत्र में विकास के लिए कार्य किया जायेगा।उन्होंने कहा कि जनता की भावना और कार्यकर्ताओं के दबाव के चलते उन्होंने यह निर्णय लिया है।
गौरतलब है कि पूर्व विधायक सीताराम यादव लंबे समय से राजद के सक्रिय नेता रहे हैं और पार्टी के प्रति समर्पित रहे हैं। वे राजद से दो बार विधायक भी रह चुके हैं। लेकिन इस बार पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने से कार्यकर्ताओं और समर्थकों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। पूर्व विधायक के आवास पर हजारों की संख्या में समर्थक जुटे, जिन्होंने टिकट बंटवारे पर नाराजगी जाहिर की और पार्टी नेतृत्व के फैसले को अनुचित बताया है। समर्थकों का कहना था कि सीताराम यादव और उनके परिवार ने वर्षों तक क्षेत्र की जनता की सेवा की है, फिर भी पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया।
इस मौके पर राकेश रौशन उर्फ़ विमल ने कहा कि जनता के विकास, सम्मान और स्वाभिमान के लिए चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। सभा के दौरान मौजूद समर्थकों ने नारे लगाते हुए उनके समर्थन में एकजुटता दिखाई। बताया गया कि नामांकन के दिन हजारों समर्थक उनके साथ अनुमंडल कार्यालय तक जाएंगे। स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राकेश रौशन के निर्दलीय मैदान में उतरने से खजौली सीट पर चुनाव त्रिकोणीय हो सकता है, जिससे मुकाबला रोचक बन गया है।