MADHUBANI NEWS :
मधुबनी : एक जमाना था जब गरीब परिवार अपने दैनिक अर्जन से एक-एक रुपया बचा कर भविष्य के लिए सहारा इण्डिया बैंक में अपने पैसे जमा करते थे, जिस पैसे से बेटी की शादी में या माता-पिता के श्राद्ध में या अन्य काम मे ले सके। लेकिन आज तक उस पैसों का इंतज़ार खत्म नहीं हुआ। पिछले वर्ष सत्ताधारी पार्टी के गृहमंत्री अमित शाह ने इस मामले को लेकर एक विशेष पोर्टल के माध्यम से पीड़ित लोगों को ऑनलाइन करवा कर सभी का डाटा भी लिया, लेकिन आज तक उस पर किसी प्रकार की कारवाई नहीं हुई। इससे साफ प्रतीत होता है कि सरकार सिर्फ और सिर्फ अमीरों के लिए कार्य करती है, गरीबों के लिए बेपरवाह है। सरकार बड़े-बड़े दावे करती है कि गरीबों का पैसा नहीं डूबेगा, लेकिन सरकार सिर्फ भरोसा देती हैं।
आज सहारा इंडिया के उद्यम के जमीन और संपत्ति पर कब्जा हुआ है और नीलामी कर सभी का पैसा वापस किया जाएगा, लेकिन कब इसकी जानकारी कैसे प्राप्त होगी? कितने गरीब लोग डिप्रेशन के शिकार होकर मर रहे और कोई नहीं देखने वाला नहीं है।
इस बाबत ग्राम रक्षा दल के प्रदेश महामंत्री विजय कुमार साह ने कहा कि सरकार अगर छः माह के अंदर अगर सभी पीड़ित लोगों को पैसे अगर हस्तांतरीत नहीं हुई, तो वो राज्य स्तर पर आंदोलन करेंगे।