खबर दस्तक
मधुबनी :
मधुबनी जिले में विगत दो-तीन दिनों से पुरबा बयार के कारण भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। अब लोगों कों बारिश का इंतजार है, ताकि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सुख गए चापाकल से पानी निकलने लगे, इसके साथ ही गर्मी से से भी पुरी तरह निजात मिल सके।
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय पुसा के नोडल पदाधिकारी डॉक्टर ए. सत्तार ने कहा कि 17 जून को दक्षिण पश्चिम मानसून का प्रवेश हो गया है। अगले 48 से 72 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 34-36 डिग्री सेल्सियस एवं न्युनतम तापमान 25-26 डिग्री सेल्सियस तथा 20-25 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने का अनुमान है। मंगलवार को अधिकतम को तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट :
सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार ने कहा हीट वेब एवं भीषण गर्मी को देखते हुए सदर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस सहित अन्य प्रकार की जीवन रक्षक दवाओं का भंडारण किया गया है, ताकि हीट वेब की चपेट में आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज के साथ ही संबंधित बीमारी की दवा उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि हीटवेव को देखते हुए सदर अस्पताल में 12 बेड का डेडीकेटेड हीटवेव वार्ड बनाया गया है। यहां मरीजों को भर्ती कर चिकित्सक द्वारा बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सीएस ने कहा कि मानसून के बाद होने वाली मौसमी बिमारियों से बचाव के लिए भी सदर अस्पताल सहित जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रयाप्त मात्रा में दवा एवं उपकरणों का भंडारण किया गया है। इसके साथ ही सभी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रयाप्त मात्रा में एआरवी एवं एवीएस का भी भंडारण करने का निर्देश दिया गया है।
कैसे करें बचाव :
सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र ने कहा कि कुछ सावधानियां बरत कर लू और गर्मी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।
तेज गर्म हवा में बाहर जाने से बचें, नंगे बदन और नंगे पैर धूप में न निकलें।
घर से बाहर पूरी आस्तीन के और ढीले कपड़े पहनकर निकलें, जिससे कि शरीर में हवा लगती रहे.ज्यादा टाइट और गहरे रंग के कपड़े नहीं पहनें।
सूती कपड़े पहनें। सिंथेटिक, नायलॉन और पॉलिएस्टर के कपड़े नहीं पहनें। खाली पेट घर से बाहर नहीं जाएं और ज्यादा देर भूखे रहने से बचें। धूप से बचने के लिए छाते का इस्तेमाल करें। इसके अलावा सिर पर गीला या सादा कपड़ा रखकर चलें। चश्मा पहनकर बाहर जाएं। चेहरे को कपड़े से ढक लें।
