- पेयजल की समस्या-समाधान को लेकर दिए कई निर्देश
खबर दस्तक
दरभंगा :
दरभंगा समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेदकर सभागार में जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री पेयजल निश्चय योजना अंतर्गत लोक स्वास्थ्य प्रमंडल दरभंगा द्वारा पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से संचालन को लेकर मैराथन बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ने पेयजल संकट के तुरंत समाधान के लिए कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर संचालन समिति और व्हाट्सएप ग्रुप गठन करने का निर्देश दिया।
उन्होंने पंचायत स्तर पर संचालन समिति में मुखिया, वार्ड सदस्य, पम्प ऑपरेटर एवं संवेदक को रखने का निर्देश दिया। प्रखंड स्तर पर संचालन समिति में प्रखंड विकास पदाधिकारी, मुखिया, संवेदक एवं कनीय अभियंता आदि को रखने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी सहायक अभियंता एवं सभी कनीय अभियंता को प्रतिदिन सभी स्कीम का पंचायत वार कार्य योजना बनाकर निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
उन्होंने छोटी-छोटी पेयजल समस्या को 24 घंटे के अंदर समाधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को पम्प ऑपरेटर, बिजली विभाग एवं संवेदक का भुगतान लंबित नहीं रखने का निर्देश दिया। पंचायत के माध्यम से बिजली बिल के भुगतान हेतु सात करोड़ 76 लाख 5 हजार 714 दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी 308 पंचायत में अनुरक्षक हेतु 5 करोड़ 71 लाख 3 हजार रुपए सरकार के द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिला में 661 नया स्कीम लिया गया है जिसके तहत जो घर, गांव, टोले छूट गए हैं। वहां नल जल की सुविधा प्रदान की जाएगी।
इसमें और घरों को जोड़ा जा सकता है। जिलाधिकारी ने आज सभी कनीय अभियंता से पंचायत के सभी वार्डों में संचालित नल जल योजना के बारे में मैराथन बैठक किया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर रिचार्ज को लेकर नल जल योजना बाधित न रहे संबंधित पदाधिकारी सुनिश्चित करेंगे। लापरवाही और उदासीन रहने वाले अधिकारियों को सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि योजना सभी घर तक पहुंचा है, सुचारू रूप से संचालित रखें, पंद्रह दिन के अंदर सभी योजना का जांच कर लंबित योजनाओं को जल्द से जल्द चालू करें।
नल-जल योजना के बेहतर संचालन के लिए संवेदको को भी साथ में बुलाया गया और उनको भी कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया। कार्य में लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारी एवं कमीर्यों पर कठोर कारवाई की जाएगी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा दो दिन पूर्व दिए गए निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी महोदय ने बारी-बारी से सभी कनीय अभियंता से कार्यों के संबंध में फीडबैक लिया। नल-जल योजना में निजी मोटर लगाने वालों पर प्राथमिक की दर्ज करने का सख्त निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि संवेदक कार्य को जवाबदेही के साथ करें, साथ ही शिकायतों का निष्पादन जल्द-से-जल्द करें।
उन्होंने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को कहा की जल की समस्या को लेकर काफी शिकायत मिल रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जिला स्तर के टीम द्वारा भी निरीक्षण किया जाएगा। योजना क्रियान्वित नहीं रहने पर विधि संवत सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सभी पदाधिकारी को अलर्ट रहने को कहा, हर प्रखंड में कनीय अभियंता उपलब्ध है, शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान करें। जिला में 17 कनीय अभियंता विभिन्न प्रखंड में कार्यरत हैं।
इस बैठक में उप निदेशक जन संपर्क सत्येंद्र प्रसाद, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी आदित्य कुमार, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता एवं संवेदक उपस्थित थे।