खबर दस्तक
मधुबनी/बेनीपट्टी :
राहुल कुमार झा
मधुबनी जिले के बेनीपट्टी नगर पंचायत के वार्डों में बनायी गई सड़कों की स्थिति निर्माण के एक, दो या ढ़ाई वर्ष पूर्ण होने से पूर्व ही दयनीय होने लगी है। निर्माण कार्य में बरती गई अनियमतता और धांधली के कारण सड़कों की अस्तिपंजर निकलने लगी है। वर्तमान में स्थिति यह है कि कुछ सड़कों में दरारें आने लगी है, तो कुछ सड़कें पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होकर ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है। कुल मिलाकर कहें, तो विभाग द्वारा गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण कराने के निर्देश का बेनीपट्टी नगर पंचायत के वार्डों में माखौल उड़ाया जा रहा है।
ताजा मामला नगर पंचायत वार्ड संख्या-21 सरिसब गांव की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड पार्षद मंगल कामत द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में करीब चार लाख रुपये की लागत से चंदेश्वर झा के घर से ब्रह्मस्थान तक पीसीसी सड़क का निर्माण कराया गया था, जिसके दो ढ़ाई वर्ष पूर्ण भी नहीं हुए हैं और सड़क की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। यूं कहें तो सड़क ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है, जो विभाग के गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य की पोल खोलने के लिये काफी है। बावजूद विभागीय अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। पूरे सड़क में कुछ कुछ दूरी पर सड़क टूटकर बिखर चुकी है। सड़क की स्थिति यह है की निर्माण के दौरान खड़ंजा करण में प्रयुक्त ईंट और ढलाई में उपयोग किये गये गिट्टी सहित अन्य सामग्री स्वतः दिखाई पड़ने लगा है।
सबसे बड़ी बात तो यह है की वर्तमान में पूर्ण रूपेन क्षतिग्रस्त हुई सड़क पर बोर्ड भी नहीं लगे हुए हैं। जबकि, विभाग द्वारा कार्य स्थल पर निश्चित रूप से बोर्ड लगाने का निर्देश प्राप्त है। लेकिन शायद वार्ड पार्षदों के लिये विभागीय निर्देश का कोई महत्व नहीं है। सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात तो यह है कि विभागीय पदाधिकारी जिन्हें निर्माण के समय निरीक्षण कर गुणवत्ता का अवलोकन करने का निर्देश प्राप्त है, वो पदाधिकारी व कर्मी क्रमशः कार्यपालक पदाधिकारी और जेई निरीक्षण के नाम पर केवल खानापूरी करते नहीं थकते हैं।
वहीं सड़क की स्थिति के संबंध में फोन पर पूछने पर वार्ड पार्षद ने बताया कि जेसीबी द्वारा लड़की का एक बड़ा टुकड़ा सड़क पर पटक दिया गया, जिसके कारण सड़क में कई जगहों पर दरारें आ गई, जिसकी मरम्मती के लिये और बढ़िया से तोड़ा गया है। अब जरा सोचिये एक लकड़ी का टुकड़ा गिरने से सड़क में दरारें आ गई, जो स्वतः सड़क की गुणवत्ता पूर्ण निर्माण पर प्रश्नचिंह खड़ा कर रहा है, साथ ही ऊपर से सड़क को वार्ड पार्षद द्वारा बिना अधिकारी से अनुमति लिये तोड़वा दिया गया।
इस संबंध में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनंद ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं था, जांच के आदेश दिये गये हैं। जांचोपरांत अग्रेतर कारवाई की जायेगी।