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डेस्क
भारत-नेपाल सीमा पर शांति, सुरक्षा और सहयोग को लेकर एक अहम सीमा समन्वय बैठक शुक्रवार को नेपाल के सर्लाही जिला मुख्यालय में आयोजित की गई। यह बैठक पूरी तरह सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई, जिसमें भारत और नेपाल दोनों देशों के प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर सीमाई क्षेत्रों की साझा समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की।
इस बैठक में भारत की ओर से सीतामढ़ी के जिलाधिकारी रिची पांडेय, पुलिस अधीक्षक अमित रंजन, डीडीसी, अपर समाहर्ता, और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।
वहीं नेपाल की ओर से महोजगुंजी, सर्लाही व रोहतट जिलों के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
इन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा :
1). शराब और मादक पदार्थों की तस्करी पर नियंत्रण को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया।
2). हथियारों, मानव तस्करी व प्रतिबंधित ड्रग्स की रोकथाम के लिए आपसी समझ और कारवाई पर सहमति बनी।
3). सीमा पार सूचनाओं के तत्काल आदान-प्रदान की व्यवस्था को सशक्त और तेज बनाने पर बल दिया गया।
4). सीमावर्ती पुलिस बलों के बीच समन्वय और साझा गश्ती को लेकर भी सकारात्मक निर्णय लिया गया।
इस मौके पर सीतामढ़ी जिलाधिकारी रिची पांडेय ने कहा कि”सीमावर्ती जिलों के प्रशासनिक अधिकारी जब आपसी विश्वास और समन्वय के साथ कार्य करते हैं, तो इसका प्रत्यक्ष प्रभाव सीमा की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर दिखता है। इस प्रकार की बैठकें सिर्फ नीतिगत सहयोग नहीं, बल्कि सौहार्द और विश्वास को भी मजबूत करती हैं।”
नेपाल ने भी दी प्रतिक्रिया :
नेपाल के अधिकारियों ने भी सीमाई क्षेत्रों की जटिलताओं को साझा करते हुए सीतामढ़ी प्रशासन द्वारा समय-समय पर दिए जा रहे सहयोग की सराहना की। उन्होंने भविष्य में भी इस तरह की बैठकों के आयोजन और निरंतर संपर्क बनाए रखने की आवश्यकता जताई।
बैठक के अंत में दोनों देशों के प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न (मोमेंटो) देकर सम्मानित किया गया, जिससे आपसी सद्भाव और सम्मान की भावना और प्रगाढ़ हुई।
यह बैठक भारत-नेपाल सीमा पर शांति, सुरक्षा और पारस्परिक सहयोग को लेकर एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक पहल के रूप में देखी जा रही है, जो भविष्य में सीमावर्ती क्षेत्रों में कानून व्यवस्था और आपसी रिश्तों को और मज़बूत करेगी।