- राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को किया निर्देशित
- हर सप्ताह गुरुवार के दिन गैर-संचारी रोग कार्यक्रम अन्तर्गत होगी स्क्रीनिंग
खबर दस्तक
मधुबनी :
मधुबनी जिले में गैर संचारी रोग की रोकथाम एवं लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नई पहल शुरू की है। इसके तहत जिले के सभी क्रियाशील आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर प्रत्येक सप्ताह हर गुरुवार को निर्धारित गैर-संचारी रोग दिवस के अन्तर्गत स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके लिए राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया है। इस आशय की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में संचालित 389 आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर यह कार्यक्रम चलाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्क्रीनिंग के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा दवा लिखे जाने के बाद संबंधित केंद्र द्वारा मरीजों को निःशुल्क दवा देने के साथ बीमारी से बचाव के लिए परामर्श के साथ जागरूक भी किया जाएगा, साथ ही जांच एवं इलाज का आंकड़ा एनसीडी पोर्टल पर तय समय में अपलोड किया जाएगा। एसीएमओ सह जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर एस.एन. झा ने बताया कि मधुमेह एवं उक्त रक्तचाप के रोगियों को लगातार फॉलोअप के साथ दवाओं का सेवन आजीवन करना होता है।
ऐसे में रोगियों के पास दवाओं का निरंतरता बनाये रखने के लिए ग्रामवार गैर-संचारी रोग के उपचार लेने वाले व्यक्तियों का लाइन लिस्ट बनाकर प्रखंड मूल्यांकन एवं अनुश्रवण सहायक द्वारा पोर्टल पर अपलोड करने के बाद उसे प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को प्रत्येक गुरुवार को उपलब्ध करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही इस लिस्ट को आशा फैसिलिटेटर के माध्यम से आशा को उपलब्ध करायी जाएगी, ताकि आशा द्वारा संबंधित व्यक्ति को कार्यक्रम के अंतर्गत आयुष्मान आरोग्य मंदिर तक लाकर जांच के साथ समुचित इलाज भी किया जा सके। डॉ झा ने बताया कि गैर-संचारी रोग एक दीर्घकालिक विकार के रूप में परिभाषित किया गया है। यह पर्यावरणीय, शारीरिक, आनुवंशिक और साथ ही व्यवहार संबंधी कारकों के संयोजन के कारण होता है। गैर-संचारी रोग वह स्थिति है, जो लोगों के बीच नहीं फैल सकती है, फिर भी इसका समय पर इलाज एवं प्रबंधन बहुत जरूरी है।