खबर दस्तक
डेस्क
कहते हैं जहां चाह-वहीं राह होती है। कुछ ऐसा ही मधुबनी के लाल सतीश प्रशांत जायसवाल का रहा है। मधुबनी मुख्यालय के शंकर चौक के निवासी स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय बिंदेश्वरी चौधरी उर्फ हंटर बाबू के तीसरे पुत्र सतीश प्रशांत जायसवाल की प्रारंभिक पढ़ाई मधुबनी के स्कूल से होते हुए स्थानीय जे.एन. व आर.के. कॉलेज में पढ़ाई करते हुए जर्मनी पंहुच गए। जर्मनी में अपनी अदाकारी से फ़िल्म व टीवी सीरियल में पहचान बनायी।
उन्हें बचपन से फिल्म अभिनेताओं का मिमिक्री करने का शौक था। वे फ़िल्म स्टार अमिताभ बच्चन के जबरदस्त फॉलोअर रहे हैं। उनके डायलॉग की नकल उतारने में माहिर हैं। इन दिनों सतीश प्रशांत जायसवाल अपने ससुर जर्मन नागरिक राईन हार्ट्स यारिट्स के साथ जर्मनी से मधुबनी आये हुए हैं। खबर दस्तक से हुई बातचीत में सतीश प्रशांत जायसवाल ने बताया कि उनके बड़े भाई डॉ अभय जायसवाल सन 95-96 में पटना में टूरिज्म कोर्स में उनका एडमिशन करा दिया। इसके बाद में दिल्ली के मैक्स मूलर भवन एवं पुणे से जर्मन लैंग्वेज सीखे।
सन 2000 में दिल्ली के एक निजी कंपनी का अनुवादक बनकर एक्सपो में भाग लेने जर्मनी के हैंनओवर सिटी पंहुचें, वहां जर्मनी में उन्हें काफी अच्छा लगा। एक्सपो खत्म होने के बाद वे इंडिया लौट आये। श्री जायसवाल को जर्मन, अंग्रेजी, हिंदी व मैथिली भाषा पर अच्छी पकड़ थी। जर्मनी प्रवास के दौरान उन्हें कई बिहारी व भारत के विभिन्न शहरों के लोगो से मुलाकात हुई थी। 2002 में वे फाइनली जर्मनी चले गए। वहां वे फ़िल्म लाइन में अपने भविष्य को तलाशने लगे। मिमिक्री का शौख बचपन से था ही। धीरे-धीरे वे वहां छोटी फिल्मों से अपने सफर की शुरुआत करते हुए एक सफल जर्मन फिल्मी स्टार हो गए। उन्होंने 90 से ऊपर फ़िल्म एवं कई टीवी सीरियल में कार्य किया।
जर्मनी में उनकी कई सफल फिल्मों में एलार्म फुर कोब्रा 11, टैट्रोर्ट, मैनर हत्ज़ 2, बिलकोमैन, बिडेन हार्ट मेन्स आदि रहा। बढ़ती लोकप्रियता को देखकर उन्हें जर्मनी में कई सम्मान से नवाजा गया। सतीश प्रशांत जायसवाल से जर्मनी में वैवाहिक या परिवार के संबंध में पूछने पर उन्होंने बताया कि वहां शादी जल्द टूट जाती है। उनकी भी शादी 2007 में हुई और 2016 में उनसे उनकी पत्नी ने तलाक ले लिया। हालांकि उस जर्मन पत्नी से उन्हें एक बेटी हुआ, जिसका नाम ज्वलीना जायसवाल है, जो अभी अपनी मां के साथ रहती है।
उन्होंने कहा कि वे अब किसी भारतीय महिला को जीवनसाथी बनाने के इच्छुक हैं और उसे जर्मनी में बसाकर जीवन पर्यंत साथ रखने की मंशा रखते हैं। भारत के सिनेस्टर के संबंध में पूछे जाने पर सतीश प्रशांत जायसवाल ने बताया कि अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, प्रेम चोपड़ा, अर्जुन रामपाल, कपिल शर्मा सहित कई कलाकारों से मिल चुके हैं। वे अब भारतीय स्क्रीन प्ले का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने अंत में मुस्कुराते हुए कहा कि हंसना, पानी, परिवार और लहसुन जीवन को स्वस्थ्य व खुश रखने के लिए जरूरी है।
विदित हो कि प्रशांत किशोर जायसवाल प्रसिद्ध साहित्यकार उदय जायसवाल के छोटे भाई हैं।
मधुबनी की संस्कृति व यहां के लोग बहुत अच्छे हैं :
सतीश प्रशांत जायसवाल के साथ उनके तलाकशुदा पत्नी के पिता जर्मन नागरिक राईन हाट यारिट्स भी मधुबनी आये हुए हैं। वे जर्मनी में एक सफल व्यवसायी हैं। उन्हें जर्मन भाषा के अतिरिक्त कोई अन्य भाषा नहीं आता है। खबर दस्तक द्वारा पूछे गए सवाल को सतीश प्रशांत जायसवाल ने अनुवाद कर बताया कि उनका कहना है कि मधुबनी की कलाकृति, संस्कृति, वातावरण और यहां के लोगों का स्वभाव बहुत अच्छा है। वे पांचवीं बार मधुबनी आये हैं। यहां के आम फल के बारे में उन्होंने कहा कि पहली बार आम के सीजन में मधुबनी आये हैं। यहाँ के आम बहुत ही मीठा व टेस्टी फल है।