खबर दस्तक
मधुबनी/लदनियां :
बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी ‘हर घर नल जल योजना’ का उद्देश्य गांव-गांव तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना था, परंतु मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड के गिधवास पंचायत के अंतर्गत आने वाले सपहीगिरी गांव वाड नंबर-13 में यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने, टंकी निर्माण और नल कनेक्शन की प्रक्रिया में मुखिया द्वारा भारी घुसखोरी और अनियमितता की गई है। कई घरों में आज तक नल का पानी नहीं पहुंचा है, जबकि कागजों में योजना पूरी दिखा दी गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि नल और पाइप तो लगाए गए, लेकिन कई स्थानों पर पाइपलाइन बिछाई ही नहीं गई है।
जहाँ पाइप बिछाई गई, वहां जलापूर्ति आज तक शुरू नहीं हुई।
कुछ जगहों पर घटिया सामग्री का उपयोग कर पाइप और टंकी निर्माण किया गया, जो कुछ ही दिनों में टूट गया।
ग्रामीणों का आरोप है कि मुखिया और संबंधित वार्ड सदस्यों ने अपने चहेते ठेकेदारों को काम दिया,वास्तविक कार्य की जगह केवल कागजी खानापूर्ति की गई, लाखों रुपये का गबन किया गया। वहीँ, सपहीगिरी गांव के दर्जनों लोगों ने कहा, सरकार तो कहती है हर घर नल जल, लेकिन हमारे यहां तो नल है, पानी नहीं और जो पानी आता है वो भी गंदा। हमें मजबूरन आज भी कुएं और तालाब का पानी पीना पड़ता है। “ग्रामीणों ने इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी, अनुमंडल अधिकारी, और जिलाधिकारी को लिखित शिकायत दी है।
साथ ही, आरटीआई आवेदन भी डाला गया है, जिससे योजना की वित्तीय जानकारी सामने लाई जा सके ग्रामीणों ने मांग की है कि मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए। दोषी मुखिया एवं संबंधित ठेकेदार पर कानूनी कारवाई की जाए एवं योजना को पुनः निष्पक्ष तरीके से लागू किया जाए। हर घर नल जल योजना जैसी कल्याणकारी योजनाएं अगर भ्रष्टाचार की शिकार होती रहेंगी, तो ग्रामीण जनता के विश्वास और सरकार की नीयत पर प्रश्नचिन्ह लगना लाजमी है।