- दस लाख से अधिक के गहने ले गए डकैत
खबर दस्तक
मधुबनी :
के.के. पुट्टी
मधुबनी जिले के रहिका थाना क्षेत्र के अकशपुरा गांव में बीते सोमवार की रात लगभग आधा दर्जन डकैतों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया। हथियारबंद डकैतों ने दो अलग-अलग घरों में धावा बोलते हुए करीब दस लाख रुपए से अधिक मूल्य के गहने एवं अन्य कीमती सामान लूट लिए। घटना स्थल से मिली जानकारी के अनुसार, डकैतों ने देर रात ज्योति चौघरी के घर को निशाना बनाया और उसके बाद पास ही स्थित दूसरे गृहस्वामी दिनेश चौधरी के घर में भी घुसकर लूटपाट की। घटना के दौरान घर के सदस्यों को बंधक बना लिया गया और विरोध करने पर गृहस्वामी के साथ मारपीट भी किया।
घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस व रहिका थाने पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। लेकिन तब तक डकैत घटना को अंजाम देकर भाग गए थे। घटना को लेकर गृह स्वामी ज्योति देवी ने रहिका थाना में आवेदन दिया है, जिसमें करीब दस लाख रूपये से उपर जेवरात व अन्य समान व बगल के घर से नगद व मोबाइल सहित अन्य समान डकैती कि बात कही गई है। घटना को लेकर रहिका थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
इस बाबत रहिका थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार ने कहा है कि घटना कि जाँच चल रही है। घटना में संलिप्त डकैतों को जल्द ही गिरफ्तारी की जायेगी।
मंगलवार को डीएसपी सदर राजीव कुमार घटना स्थल पर पंहुच कर जांच पड़ताल की। उन्होंने गृहस्वामियों से घटना की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक टीम घटना स्थल से साक्ष्य जुटाने का कार्य कर रही है, जल्द ही अपराधियों की पहचान कर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गश्ती के निर्देश के बावजूद डकैती की घटना से लोगों में आक्रोश :
अकशपुरा गांव में बीती रात हुई बड़ी डकैती की घटना ने स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वरीय पदाधिकारियों के क्षेत्र में नियमित गश्ती के सख्त निर्देश देने के बावजूद आधा दर्जन से अधिक डकैतों ने दो घरों में धावा बोलकर करीब दस लाख रूपये से अधिक के जेवरात और अन्य कीमती सामान लूट लिए। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि गश्ती ठीक से होती, तो डकैतों को इतना दुस्साहस नहीं होता। लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति गहरी नाराज़गी देखी जा रही है। कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कारवाई नहीं हुई, तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। इस घटना ने क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और ग्रामीण ठोस कारवाई की मांग कर रहे हैं।