MADHUBANI NEWS :
मधुबनी : मिथिला की हृदय स्थली मधुबनी की पहचान माछ-पान-मखान और मधुबनी पेंटिंग से की जाती रही है, लेकिन आज इस शहर में बजबजाती नालियां, कूड़े-करकट की ढेर और सड़क पर जल जमाव इसकी छवि को धूमिल कर रही है।
इस समस्या ने मधुबनी शहर वासियों को अच्छा खासा परेशान कर दिया है। आम हो या खास हो सुबह हो या शाम हो लोग चैन से नहीं बैठ सकते हैं बिना मच्छरदानी के। घर में यदि काम भी करना होता है, तो मच्छरदानी के अंदर बैठा कर निपटाते है। ऑफिस हो या घर हो या दुकान हो लोग मच्छरों के प्रकोप से परेशान हैं। दिन में यदि लोगों को कोई काम नहीं रहता है, तो लोग घर में मच्छरदानी में रहना ज्यादा पसंद करते हैं। समाज के लोगों से मच्छरों के कारण लोग की दूरी बन रही है। आम आदमी की कौन कहे स्थानीय विधायक भी मच्छरों से परेशान है। लोग मच्छरों के प्रकोप से परेशान हैं और नगर निगम के अधिकारी को इसकी कोई परवाह नहीं है। कभी-कभार किसी सड़क और मोहल्ले में फॉगिंग मशीन चलाकर मधुबनी नगर निगम की ओर से अपने फर्ज की इति श्री कर दी जाती है, लेकिन उसे फागिंग मशीन से निकले हुए केमिकल का धुआं कितना कारगर है कि इसके बावजूद भी लोगों को मच्छरों के प्रकोप से मुक्ति नहीं मिलती है।
मधुबनी नगर निगम के 45 वार्डों में रहने वाले लाखों की आबादी मधुबनी नगर निगम को भारी भरकम टैक्स देने के बावजूद मच्छरों को खून पिलाने लिए मजबूर और लाचार हैं।
वहीं, मधुबनी नगर निगम क्षेत्र में पुराने जाम पड़े नाले की समुचित सफाई नहीं होने व बजबजाती नालियों और अवैज्ञानिक तरीके से बनाए गए नए नालों से जल की निकासी नहीं होने के कारण गली-मोहल्ले और मुख्य सड़कों पर जल जमाव की समस्या आम बात हो गई है।
मधुबनी से राजद विधायक समीर कुमार महासेठ ने बताया कि मच्छरों के प्रकोप से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम को ठोस उपाय करने चाहिए। वही नगर निगम में यह व्यवस्था होनी चाहिए कि टोल फ्री नंबर पर कोई भी अपने गली-मोहल्ले और वार्ड की समस्या, साफ-सफाई का हो मच्छरों के प्रकोप से हो, जो नगर निगम से संबंधित हो, उसकी जानकारी दें या व्यवस्था नगर निगम के अधिकारियों को करनी चाहिए। लेकिन ऐसी व्यवस्था नहीं होने से मधुबनी नगर निगम क्षेत्र के वार्डों में समस्याओं का अंबार है. कचरे और नाले की ठीक ढंग से सफाई नहीं होने के कारण ही मच्छर पैदा ले रहे हैं। मच्छरों के प्रकोप से लोगों का जीना दूभर हो गया है। मधुबनी नगर निगम के प्रशासन को चाहिए कि नगर निगम को टैक्स देने वाली जनता को मच्छरों और समस्याओं से मुक्ति मिल सके।