MADHUBANI / JAINAGAR/ AGRICULTURE NEWS :
मधुबनी/जयनगर: मधुबनी जिले के जयनगर में बीते दो दिनों से हुई बारिश के बाद लोगों को जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। बे-मौसम अधिक बारिश के बाद गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। प्रखंड क्षेत्र में करीब 5800 हेक्टेयर में गेहूं की फसल इस बार किसानों ने लगाई थी। मगर इसमें से आधे से अधिक कटनी भी नहीं पूरी हो सकी। इसी बीच आसमानी आफत ने किसानों की कमर तोड़कर रख दिया। अधिकतर किसान अपने खेतों में गेहूं की कटनी कर छोड़ दिया था। तो कहीं बाली से अनाज निकालने के लिए एक जगह कटनी के बाद गेहूं जमा कर दिया था। लेकिन सुबह हुई बारिश के बाद खेतों में पानी लग गया हैं। दिन भर किसान खेतों से पानी हटाने में जुटे रहे। प्रखंड क्षेत्र डोड़वार पंचायत अंतर्गत कुआढ़ गांव के किसान मंजू कुमारी, घुरन दास, लक्ष्मी दास, अरुण मरिता, गणेश दास आदि ने बताया कि वे मजदूर से गेहूं का कटनी करवाया। मगर दिन भर भारी बारिश के बाद गेहूं की फसल में पानी भर जाने से सारा फसल डूब गई हैं। अगर धूप नहीं खिलते हैं, तो गेहूं में अंकुरण तय है। किसान हताश-निराश हैं। खेतों में छह इंच से एक फीट तक पानी लगा है। ऐसे में किसान करीब चार महीने की मेहनत और पैसे खर्च करने के बाद हाथ कुछ नहीं लगा।
जब हमारे संवाददाता ने स्थानीय किसानों से इस बारे मे जानने का प्रयास किया तो स्थानीय किसान घुरन दास ने बताया कि अब धूप निकलने के बाद इन गेहूं की फसल को सुखाने में भी काफी परेशानी होगी। सुखाने के क्रम में ही बालियों से गेहूं निकल जाएंगे।
इस बाबत जयनगर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि इस बार जयनगर प्रखंड क्षेत्र में लगभग 5800 हेक्टेयर में किसानों द्वारा गेहूं कि फसल लगाई गई थी, जो बेमौसम बारिश होने से गेहूं कि फसल बर्बाद होने से किसान कि कमर टूट गई हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि क्षति का आकलन करने के बाद विभाग को रिपोर्ट सौंपा जाएगा।