- जीविका निधि से आत्मनिर्भरता
- नारी स्वाबलंबन को नई उड़ान
- जीविका दीदियों के बैंक खातों में सीधे पारदर्शी धन हस्तांतरण सुनिश्चित होगा
सभी समूह की महिलाओं से अपील किया कि वे इस योजना का अधिकतम लाभ उठाएँ और अपने परिवार व समाज को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दें : डीएम
खबर दस्तक
मधुबनी :
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड, पटना का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जीविका निधि से 105 करोड़ रुपये की राशि का ट्रांसफर भी किया।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार भी मौजूद थे।
इस अवसर पर मधुबनी नगर भवन में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले की विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाएँ एवं गणमान्य नागरिक भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
विदित हो कि जीविका निधि ग्रामीण महिला उद्यमियों को धन की सस्ती पहुंच प्रदान करेगा
जीविका निधि पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करेगा, जिससे सीधे और पारदर्शी धन हस्तांतरण सुनिश्चित होंगे। जीविका निधि की स्थापना का उद्देश्य जीविका से जुड़े सामुदायिक सदस्यों को सस्ती ब्याज दरों पर आसानी से धन उपलब्ध कराना है। जीविका के सभी पंजीकृत कलस्टर-स्तरीय फेडरेशन इस संस्था के सदस्य बनेंगे। इस संस्था के संचालन के लिए बिहार सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही धनराशि का योगदान करेगी। पिछले कुछ वर्षों में जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं में उद्यमिता का विकास हुआ है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कई लघु उद्यमों और उत्पादक कंपनियों की स्थापना हुई है। हालांकि, महिला उद्यमियों को अक्सर 18 प्रतिशत 24 प्रतिशत तक की ऊंची ब्याज दरें वसूलने वाले सूक्ष्म वित्त संस्थानों पर निर्भर रहना पड़ता था। जीविका निधि को सूक्ष्म वित्त संस्थानों पर निर्भरता कम करने और कम ब्याज दरों पर समय पर बड़ी ऋण राशि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक वैकल्पिक वित्तीय प्रणाली के रूप में बनाया गया है। यह प्रणाली पूरी तरह से एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर काम करेगी, जिससे जीविका दीदियों के बैंक खातों में सीधे और तेजी से पारदर्शी धन हस्तांतरण सुनिश्चित होगा। इसे सुविधाजनक बनाने के लिये सामुदायिक कार्यकर्ताओं को टैबलेट से लैस किया गया है।
इस पहल से ग्रामीण महिलाओं के बीच उद्यमिता विकास को मज़बूत करने और समुदाय आधारित उद्यमों के विकास में तेज़ी आने की उम्मीद है।
जिले भर में सभी प्रखंडों एवं संकुल स्तर पर सीधा प्रसारण का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग हजारों की संख्या में जीविका दीदी महिलाएं इस कार्यक्रम में शामिल हुई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने अपने धन्यवाद ज्ञापन में कहा कि जीविका निधि का गठन राज्य की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इस संस्था के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग समय पर प्राप्त होगा, जिससे उनकी आत्मनिर्भरता को नई गति मिलेगी। इसके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध वैकल्पिक वित्तीय स्रोत से न केवल ऋण संबंधी समस्या का समाधान होगा, बल्कि महिलाओं को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने आगे कहा कि जीविका निधि के माध्यम से समूह की महिलाओं को लगभग 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिसे भविष्य में आवश्यकता अनुसार और भी लचीला बनाया जाएगा। साथ ही यह वित्तीय संस्था ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को बचत, ऋण एवं बीमा जैसी सेवाएँ प्रदान करने में एक मील का पत्थर साबित होगी। जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने सभी समूह की महिलाओं से अपील किया कि वे इस योजना का अधिकतम लाभ उठाएँ और अपने परिवार व समाज को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दें।
इस कार्यक्रम में मधुबनी सांसद डॉo अशोक कुमार यादव, झंझारपुर रामप्रीत मंडल, विधान पार्षद घनश्याम ठाकुर, स्थानीय विधायक समीर कुमार महासेठ, बिस्फी हरिभूषण ठाकुर बचोल, डीडीसी सुमन कुमार साह, एडीएम मुकेश रंजन, डीपीआरओ परिमल कुमार, डीपीएम मो. वसीम सहित कई अधिकारी, जनप्रतिनिधि सहित काफी संख्य में जीविका दीदियां आदि उपस्थित थी।