- नालंदा ने दोनों वर्ग में लहराया परचम
- मानव भारती हेरिटेज स्कूल चांद के प्रांगण में हुई प्रतियोगिता
खबर दस्तक, कैमूर, ब्रजेश दुबे
कैमूर: शुक्रवार 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद जयंती के उपलक्ष्य में जिले के चर्चित एवं छात्रों के भविष्य को लेकर हमेशा सजग रहने वाला मानव भारती हेरिटेज स्कूल चांद के प्रांगण में इंटर हाउस कबड्डी प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में बालक एवं बालिका दोनों वर्गों की टीमों ने भाग लिया और खेल भावना, अनुशासन तथा जोश का अद्भुत प्रदर्शन किया।
बालिका वर्ग में नालंदा ने 19 अंक से जीत दर्ज कर विजय पताका लहराया
प्रारंभिक मुकाबले में विक्रमशिला बनाम तक्षशिला के बीच खेला गया रोमांचक मैच तक्षशिला ने 27 अंकों से जीत लिया। दूसरे मैच में पंचशील बनाम नालंदा आमने-सामने हुए, जिसमें नालंदा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 19 अंकों से विजय पाई। फ़ाइनल मुकाबला तक्षशिला बनाम नालंदा के बीच खेला गया। दोनों टीमों ने दमदार खेल दिखाया, परंतु निर्णायक क्षणों में नालंदा ने बढ़त बनाते हुए जीत हासिल की और बालिका वर्ग की चैंपियनशिप पर कब्ज़ा जमाया।
फाइनल में नालंदा ने तक्षशिला को पराजित कर बनी बालक वर्ग की विजेता
सेमीफ़ाइनल मुकाबले मेंपंचशील ने विक्रमशिला को हराया। इसके बाद फ़ाइनल मुकाबला नालंदा बनाम पंचशील के बीच खेला गया। यह मैच दर्शकों के लिए बेहद रोमांचकारी रहा। पंचशील ने आक्रामक रणनीति अपनाते हुए पूरे खेल पर दबदबा बनाए रखा और 35–12 के शानदार अंतर से नालंदा को मात देकर बालक वर्ग की विजेता बन ट्रॉफी अपने नाम की।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
इस प्रतियोगिता में कई खिलाड़ियों ने असाधारण प्रदर्शन किया।
जिसमें बालक वर्ग से जतिन यादव, अजय यादव, दिव्यांश राजपूत, आयुष सिंह, आदित्य कुमार, अमरजीत कुमार, संजीव कुमार एवं अमन कुमार को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया।
वहीं बालिका वर्ग से जया, संध्या, निधि, दिया, आराध्या, खुशी कुमारी, प्रज्ञा सिंह, पूनिमा एवं श्रुति को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
पूरे आयोजन में दिखा जोश, जुनून, अनुशासन और खेल भावना
इस पूरे आयोजन के दौरान विद्यार्थियों ने जोश, जुनून, अनुशासन और खेल भावना का परिचय दिया। इस प्रतियोगिता ने न केवल खेलों के महत्व को उजागर किया बल्कि विद्यार्थियों में टीम स्पिरिट, सहयोग और आत्मविश्वास की भावना को भी प्रोत्साहित किया। प्रतियोगिता आयोजन के अवसर पर स्कूल के प्रिंसिपल विकाश कुमार पाण्डे ने कहा कि स्कूल और स्कूल प्रशासन सदैव बच्चों के बौद्धिक विकाश के साथ-साथ शारीरिक विकाश को काफी महत्व देता है। स्कूल सदैव इस तरह का आयोजन करता रहता है, जिससे कि बच्चों को सभी तरह का ज्ञान मिलता रहे।