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झंझारपुर/मधुबनी :
बीते 09 अगस्त की रात्रि में सिमरा गांव निवासी झंझारपुर सिविल कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता जगन्नाथ प्रसाद का हृदयाघात के कारण निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे। वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। अधिवक्ता स्व. प्रसाद वर्ष 30 जनवरी 1981 को व्यवहार न्यायालय मधुबनी से अपने विधि व्यवसाय की शुरुआत की थी।
बाद में 12 जनवरी 1990 को उन्होंने झंझारपुर स्थानांतरित होकर अधिवक्ता संघ झंझारपुर में विधिवत योगदान दिया और अंतिम समय तक सक्रिय रूप से विधि सेवा में संलग्न रहे। उनके आत्मा की शांति के लिए अधिवक्ता संघ झंझारपुर द्वारा शोकसभा का आयोजन कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अधिवक्ता एवं न्यायिक पदाधिकारी उपस्थित रहे।
न्यायिक पदाधिकारियों में बालेन्द्र शुक्ला (एडीजे प्रथम), अनिल कुमार राम (एडीजे तृतीय), विजय कुमार मिश्र (एसीजेएम द्वितीय) सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारीगण भी उपस्थित हुए एवं उन्होंने गहरा शोक व्यक्त करते हुए स्व. प्रसाद के योगदान को याद किया। शोकसभा में संघ के पूर्व अध्यक्ष रामफल महतो, पूर्व महासचिव बिपिन कुमार झा, पूर्व महासचिव कुमार जितेंद्र, लाल बिहारी सिंह, बैद्यनाथ यादव, बलराम यादव, अशोक कुमार कर्ण, राम उदगार यादव, इन्द्र कान्त प्रसाद, कृष्णदेव महतो, बालकृष्ण दास तथा मुंशी संघ के अध्यक्ष रामनन्दन महतो सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
सभा में उपस्थित सभी ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।
स्व. प्रसाद सादगी, कर्तव्यनिष्ठा एवं मिलनसार व्यक्तित्व के लिए सदैव स्मरणीय रहेंगे।
अधिवक्ता संघ ने उनके निधन को विधि क्षेत्र की अपूरणीय क्षति बताते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।