खबर दस्तक
मधुबनी :
प्रो. शीतलांबर,संयोजक, मधुबनी विकास संघर्ष समिति सह पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि सात अगस्त को देर संध्या प्रस्तावित मधुबनी केंद्रीय विद्यालय को लेकर जिलाधिकारी मधुबनी से नौ सदस्यीय शिष्टमंडल ने मिलकर एक बृहद स्मारपत्र सौंपकर प्रस्तावित मधुबनी केंद्रीय विद्यालय जिला मुख्यालय या उसके दस पंद्रह किलोमिटर के परिधि में स्थापित करने का मांग रखा है।
प्रो. झा ने जिलाधिकारी से हुई सकारात्मक वार्ता का जिक्र करते हुए कहा है कि मधुबनी विकास संघर्ष समिति ने जो मांगपत्र दिया है, उसे जिला प्रशासन स्वीकार किया है और कहा है कि पुराने प्रस्तावित केंद्रीय विद्यालय मधुबनी के इर्दगिर्द ही निर्माण कराने की दिशा में जिला प्रशासन ने प्रस्ताव भेजा है, जो यहां के लोगों की जनभावना था।
प्रो झा आगे कहा जिलाधिकारी मधुबनी ने जिले की जनसंख्या, क्षेत्रफ़ल, शैक्षणिक आवश्यकता एवं भौगोलिक दृष्टिकोण से बड़ी जिला होने के कारण अलग से झंझारपुर के लिए भी केंद्रीय विद्यालय का प्रस्ताव भेजा है। यहां यह स्पष्ट करना उचित होगा कि यदि एक ही प्रस्ताव स्वीकृत होता है, तो पहले मुख्यालय के अगल बगल में ही निर्माण कराया जाएगा, जिसे मधुबनी विकास संघर्ष समिति ने स्वागत किया है।
प्रो. झा अपने स्मारपत्र में मधुबनी मुख्यालय सहित अगल-बगल के बारह प्रमुख स्थलों जहां बिहार सरकार की जमीन या बंद पड़े उद्योगों के जमीन को चिन्हित कर दिया है। जैसे मधुबनी खादी भंडार का पुराना एलआईसी कार्यालय, मधुबनी एयरपोर्ट, कपिलेश्वर स्थान के सिंचाई विभाग का जमीन, पंडौल प्रखंड के कृषि फॉर्म, सकरी चीनी मिल, पहियारपुर में सरकारी जमीन, बंद पड़े सुता फैक्ट्री का जमीन, श्रीपुरहाटी दक्षिणी पंचायत के ककना गांव में चरवाहा विद्यालय का जमीन, पिलखबार गांव में गौशाला का जमीन, इस्लामिया मदरसा भौआरा का जमीन एवं खादी भंडार का कपसिया वाली जमीन है।
संयोजक प्रो. शीतलांबर झा जिलाधिकारी द्वारा दिए गए भरोसा एवं आश्वासन को देखते हुए तत्काल पूर्व में लिए गए आंदोलनात्मक कार्यक्रम को स्थगित करने का फैसला उपस्थित शिष्टमंडल ने लिया है।
इस शिष्टमंडल में सह संयोजक मुखिया राम कुमार यादव, विष्णुदेव सिंह यादव, आशीष कुमार मिश्र, शाहजहां अंसारी, मो मुस्तकीम राईन, जटाधार पासवान, अविनाश कुमार झा एवं आलोक कुमार झा थे।