खबर दस्तक
मधुबनी/रहिका :
मिथिलांचल के देवघर नाम से प्रसिद्ध मधुबनी जिले के रहिका प्रखंड के कपिलेश्वर नाथ मंदिर में सावन के तीसरी सोमवारी के अवसर पर लाखों शिवभक्तों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण माहौल में जलाभिषेक किया। जयनगर के कमला नदी से जल भर कर पुरे 34 किलोमीटर दुरी तय कर लाखों की संख्या में कावंड़ियों का जत्था रविवार के दिन के 10बजे से ही प्रखंड मुख्यालय में विश्राम के लिये जगह पकड़ने लगे थे।
रविवार के दिन से पूरी रात तक दरभंगा-जयनगर पथ कावंड़ियों की टोली से भरा रहा। बोलबम की जयकारे से भक्तमयी माहौल बना रहा।देखते ही देखते भीड़ इतनी बढ़ गई कि सभी बड़ी वाहनो को दरभंगा जाने का रुट बदल दिया गया। भीड़ को देखते हुये प्रखंड प्रशासन, पुलिस बल, स्वयं सेवी कार्यकर्ताओं की टोली के साथ साथ पंडा समाज ने रविवार की देर रात 11.30बजे ही मंदिर के गर्भगृह को खोलने का निर्णय लिया और पट खोल दिया गया।
महिला, पुरुष पुलिस बल की तैनाती में शांतिपूर्वक जलाभिषेक संभव हुआ। शांतिपूर्ण माहौल में जलाभिषेक कराने में स्वंयसेवी कार्यकर्ता के साथ साथ समाजिक कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही। वही सभी महिला पुरुष, बूढ़े, बच्चे शिव भक्तों को कतार बद्ध लाइन लगा कर जलाभिषेक कराया गया। अनुमान के अनुसार तीन लाख से अधिक शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया।
बम बम भोले, हर हर महादेव की जयकारे से भक्तमयी माहौल बना रहा। प्रशासनिक स्तर से लेकर स्वंयसेवी संस्थानों की ओर से भक्तों की सेवा के लिये गरम पानी, ठंढा पानी, अल्पाहार, भोजन, मुफ्त मेडिकल साथ दो बेड की सुविधा उपलब्ध थी। जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया थो। सोमवार को दिन भर श्रध्दालुओं ने पूजा अर्चना की।
बताया जा रहा है कि तीसरी सोमवारी पर विभिन्न प्रकार के लगाये गये दुकानों में भाड़ी संख्या में कावंरियों की पहुचने से अच्छी कमाई के साथ बिक्री रही।
पंडा नित्यानंद झा, श्रवण झा, श्याम झा, संतोष झा, रौनक झा ने बताया कि सावन माह में जलाभिषेक का बड़ा महत्व है। शिव अपने भक्तों पर दया की दृष्टि बनाये रखते हैं।