- आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
खबर दस्तक
सीतामढ़ी :
सीतामढ़ी जिले में आपराधिक घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर अपराधियों ने पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए कानून व्यवस्था को धता बता डाली है। शहर के सबसे व्यस्ततम और चहल-पहल वाले इलाके महसौल चौक पर बुधवार की शाम उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई, जब तीन अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने चर्चित जमीन कारोबारी एवं व्यवसायी पुट्टू ख़ान को दिनदहाड़े गोलियों से भून डाला। हमलावर बड़ी आसानी से भीड़-भाड़ वाले इलाके से फरार हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पुट्टू ख़ान रोज की तरह अपने व्यवसायिक कार्य से महसौल चौक स्थित दुकान पर मौजूद थे। तभी बाइक सवार तीन बदमाश पहुंचे और बेहद नजदीक से ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। गोली लगते ही पुट्टू ख़ान लहूलुहान होकर ज़मीन पर गिर पड़े। आनन-फानन में उन्हें स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या के बाद जन आक्रोश फूटा :
इस निर्मम हत्या के बाद इलाके में आक्रोश की लहर दौड़ गई। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और मेहसौल चौक पर जाम लगा दिया। आक्रोशित लोगों ने हत्यारों की गिरफ्तारी, पुलिस प्रशासन की जवाबदेही और शहर में बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने की मांग की। भीड़ देर रात तक सड़क पर जमी रही, जिससे शहर के प्रमुख मार्गों पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।
पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल :
इस घटना ने एक बार फिर सीतामढ़ी जिले की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर में पहले से ही आपराधिक घटनाओं की बाढ़ आई हुई है, और अब व्यस्त इलाकों में खुलेआम हत्याएं होना दर्शाता है कि अपराधी पूरी तरह बेलगाम हो चुके हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता और खुफिया तंत्र की विफलता के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
पुलिस कर रही जांच, धड़पकड़ तेज :
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अमित रंजन के निर्देश पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। हालात को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती की गई। शहर भर में छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है और बदमाशों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
परिजनों और स्थानीय लोगों की मांग :
मृतक पुट्टू ख़ान के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है और आरोप लगाया कि पुट्टू ख़ान को पूर्व से ही जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई थी, बावजूद इसके सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिक संगठनों ने भी इस जघन्य हत्या की निंदा करते हुए दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।
सीतामढ़ी में जिस तरह से अपराधी बेखौफ होकर हत्या, लूट और छिनतई की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, वह दर्शाता है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है। जरूरत है कि प्रशासन त्वरित कारवाई करे, अपराधियों को सख्त सजा दिलाए और शहरवासियों को सुरक्षा का भरोसा दिलाए। वरना जनता का आक्रोश किसी बड़े जनआंदोलन का रूप ले सकता है।