- प्रमुख प्रतिनिधि सुनील कुमार राउत ने संभाली कमान
- जेसीबी चलवाकर हटवाए पक्के निर्माण
खबर दस्तक
सीतामढ़ी / चोरौत:
चोरौत प्रखंड मुख्यालय की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर वर्षों से हो रहे अतिक्रमण और जलजमाव की समस्या से आखिरकार लोगों को राहत मिली है। इस मार्ग पर आम जनजीवन को हो रही परेशानियों को देखते हुए प्रमुख प्रतिनिधि सुनील कुमार राउत ने स्वयं कमान संभाली और जेसीबी के माध्यम से अतिक्रमण हटवाकर रास्ता साफ करवाया। इस कार्रवाई की स्थानीय लोगों द्वारा सराहना की जा रही है और इसे एक साहसिक एवं जनहितकारी कदम बताया जा रहा है।
यह सड़क चोरौत-पुपरी मुख्य पथ को प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय और अन्य प्रशासनिक इकाइयों से जोड़ती है। लेकिन बीते कुछ समय से यह मार्ग चंदेश्वर मंडल के घर तक अतिक्रमण के कारण बेहद संकरा हो गया था। सड़क किनारे अवैध रूप से बने पक्के घरों और दुकानों के कारण न केवल यातायात बाधित हो रहा था, बल्कि बरसात के दिनों में जलजमाव से यह मार्ग पूरी तरह से जर्जर और दुर्गम हो चुका था।
जनता की लगातार शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख प्रतिनिधि श्री सुनील कुमार राउत ने शुक्रवार को मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। फिर उन्होंने निर्णय लिया कि प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार किए बिना जनहित में तुरंत कदम उठाया जाए। उन्होंने अपने नेतृत्व में जेसीबी मशीन मंगवाकर सड़क से अतिक्रमण हटवाना शुरू कर दिया। इस दौरान सड़क के किनारे बने कई पक्के निर्माण, दुकानें और अंशतः मकान भी हटाए गए, जिससे सड़क की चौड़ाई फिर से सामान्य हो सकी।
इस दौरान स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल की भी मौजूदगी रही, जिससे कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सकी। खास बात यह रही कि इस पूरी प्रक्रिया में स्थानीय लोगों ने भी भरपूर सहयोग किया। कई लोगों ने खुद आगे बढ़कर अपने निर्माण हटाए और प्रमुख प्रतिनिधि के इस निर्णय का स्वागत किया।
प्रमुख प्रतिनिधि सुनील कुमार राउत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ विकास करना नहीं, बल्कि जनता को वास्तविक समस्याओं से मुक्ति दिलाना है। वर्षों से लोग इस रास्ते से होकर कार्यालयों तक पहुंचने में परेशान होते थे। अब जब सड़क चौड़ी हो गई है, तो न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि प्रखंड स्तर पर विकास कार्यों की गति भी बढ़ेगी।”
स्थानीय निवासी पंकज झा ने बताया कि, “पहले बाइक या रिक्शा भी मुश्किल से निकलते थे, अब जेसीबी से जब अतिक्रमण हटा है तो सड़क खुली हो गई है। यह बहुत जरूरी था, हम सुनील राउत जी को धन्यवाद देते हैं।”
इस अतिक्रमण हटाओ अभियान को चोरौत क्षेत्र के लोगों ने एक मिसाल के तौर पर देखा है। आमतौर पर इस तरह के मामलों में प्रशासनिक देरी और राजनीतिक हस्तक्षेप होते हैं, लेकिन यहां प्रमुख प्रतिनिधि ने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए व्यक्तिगत पहल दिखाई, जो क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणास्रोत बन सकती है।
अब उम्मीद की जा रही है कि इस रास्ते पर जल्द ही जलनिकासी की व्यवस्था और पुनः सड़क मरम्मत का कार्य भी प्रशासन द्वारा प्रारंभ किया जाएगा, जिससे यह मार्ग पूरी तरह से सुचारु रूप से कार्यशील हो सके। कुल मिलाकर यह कार्रवाई जनहित में एक साहसिक और प्रशंसनीय कदम के रूप में देखी जा रही है।