- स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में, रैपिड रिस्पांस टीम का गठन, अस्पताल में बेड आरक्षित
- मरीज के घर के आसपास 500 मीटर की परिधि में होगा एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव
खबर दस्तक
मधुबनी :
मधुबनी जिले में डेंगू के नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है, जिसको लेकर जिलाधिकारी आनंद शर्मा के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम साथ बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का आयोजन नगर आयुक्त अनिल कुमार की अध्यक्षता में की गई।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नगर निगम आयुक्त अनिल कुमार से अपील की गई की जलजमाव दूर करने, नगर निगम क्षेत्र में फॉगिंग की सुदृढ़ व्यवस्था करने, तथा इसके लिए रोस्टर तैयार कर टीम गठित करने एवं नगर निगम क्षेत्र में मरीज प्रतिवेदित होने मरीज के घर के 500 मीटर के परिधि में फॉगिंग कराया जाए। विदित हो कि नगर निगम परिक्षेत्र में अगर डेंगू के मरीज प्रतिवेदित होते हैं, तो वहां नगर निगम को छिड़काव करना है तथा अन्य प्रखंडों तथा अनुमंडल में प्रतिवेदित होने पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा फॉगिंग कराई जाती है।
सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार ने बताया कि माइकिंग कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मरीज प्रतिवेदित होने के मरीज के घर के आसपास फॉगिंग एवं 500 मीटर की परिधि में एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संबंधित कर्मियों को स्थायी जलजमाव वाले जगहों पर एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है। मरीज मिलने पर शहरी क्षेत्र में नगर निगम की ओर से छिड़काव कराना है, जबकि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा छिड़काव कराया जाना है। यह अभियान ठंड के मौसम आने तक चलता रहेगा।
रैपिड रिस्पांस टीम का किया गया है गठन :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर डी.एस. सिंह ने बताया कि डेंगू एवं चिकनगुनिया जैसे गंभीर रोग से निपटने के लिए जिले में रैपिड रिस्पोंस टीम का गठन किया गया है, ताकि जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर पर आम लोगों में इन रोगों के प्रति जागरूकता व इलाज की सटीक जानकारी मिल सके। आपात स्थिति में सक्रिय रहने की जिम्मेदारी इस टीम को दी गई है। मरीज के अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में मरीज के लिए सदर अस्पताल में 8 बेड, सभी चारों अनुमंडलीय अस्पताल में 4 बेड तथा 17 पीएचसी में 2 बेड आरक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में वर्ष 2019 में जिले में डेंगू के 273 मामले, 2020 में 07, वर्ष 2021 में 05, मार्च 2022 में 64, वर्ष 2023 में 79 एवं वर्ष 2024 में 58 मरीज प्रतिवेद्धित हुए जहां पर विभाग के द्वारा फागिंग कराया गया वहीं वर्ष 2025 में अभी तक डेंगू के एक भी मरीज जिले में नहीं प्रतिवेदन हुए हैं।
डेंगू वाले मच्छरों को बढ़ाने में एसी, कूलर औऱ फ़्रिज की भूमिका महत्वपूर्ण :
डेंगू मच्छर संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। केवल दो फुट की ऊंचाई तक उड़ पाने वाला यह मच्छर साफ पानी में पनपता है। गंदे या चलते पानी में एडीज मच्छर अंडे नहीं देती हैं। इसके लिए थोड़ा सा यानी (एक चम्मच) पानी भी पर्याप्त होता है, एडीज मच्छर केवल दिन में ही काटता है। इसलिए घर के अंदर भी पूरे कपड़े पहनकर रहना चाहिए। अपने घर या आसपास में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस तरह के मच्छरों को बढ़ाने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान कूलर, एसी और फ्रिज के ट्रे की रहती हैं। इसी तरह के जगहों पर एडीज मच्छर अंडे देती हैं। इसलिए फ्रिज की ट्रे को भी नियमित रूप से साफ करते रहना चाहिए। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं और चिकित्सीय परामर्श लेने के बाद ही अपना इलाज़ करायें, लेकिन अपनी मर्जी से दवा दुकान से दवा खरीदकर न खाएं। बल्कि चिकित्सक से उपचार करने के बाद ही दवा खाने चाहिए।
मच्छर के प्रकोप से बचाव के लिए महत्वपूर्ण बातें :
-घर में साफ-सफाई पर ध्यान रखें और कूलर, गमले का पानी रोज बदलें।
-सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और दिन में मच्छर भागने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें।
-पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने एवं कमरों की साफ़-सफाई के साथ उसे हवादार रखें।
-आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें और गंदगी वाले स्थानों पर कीटनाशक का प्रयोग करें।
-खाली बर्तन एवं सामानों में पानी जमा नहीं होने दें और इकठ्ठे हुए पानी में किरोसिन तेल डालें।
-डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।
इस बैठक में नगर आयुक्त अनिल कुमार, सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. डी.एस. सिंह एसीएमओ डॉक्टर एसएन झा, सीडीओ डॉ. जी.एम. ठाकुर भीबीडी अमर कुमार, डिंपू कुमार पांडे सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।