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सीतामढ़ी :
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को सुलभ और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा से जोड़ने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने आज समाहरणालय परिसर से एसबीआई संजीवनी एंबुलेंस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उनके साथ इस अवसर पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. ज़ेड जावेद भी उपस्थित रहे। यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मोबाइल मेडिकल यूनिट न सिर्फ जरूरतमंद ग्रामीणों को उपचार मुहैया कराएगी, बल्कि स्वास्थ्य जागरूकता और समय पर जांच की व्यवस्था को भी मजबूती देगी।
इस एंबुलेंस के माध्यम से जिले के 20 चयनित गांवों में लोगों को प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। एसबीआई द्वारा इस पहल के तहत नियुक्त कुशल डॉक्टर, प्रशिक्षित एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) के साथ एंबुलेंस में ईसीजी, एक्स-रे, ऑक्सीजन सपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं।वहीं ओपीडी रजिस्टर के माध्यम से प्रत्येक मरीज का रिकॉर्ड विधिवत दर्ज किया जाएगा, जिससे भविष्य में इलाज के दौरान चिकित्सा इतिहास का लाभ उठाया जा सके। एंबुलेंस सेवा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें 156 प्रकार की आवश्यक जीवनरक्षक व सामान्य दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जो सामान्य बीमारियों के त्वरित इलाज में सहायक होंगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के लिए शहर तक दौड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने इस सेवा की शुरुआत पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा:
“ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। एसबीआई द्वारा शुरू की गई यह संजीवनी एंबुलेंस सेवा एक अत्यंत सराहनीय पहल है। इससे न सिर्फ दूर-दराज़ के ग्रामीणों को इलाज मिलेगा, बल्कि समय पर जांच व चिकित्सीय परामर्श की सुविधा भी सुलभ होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि इस सेवा से उन इलाकों में जागरूकता भी बढ़ेगी जहां आज भी स्वास्थ्य के प्रति जानकारी की कमी है। भारतीय स्टेट बैंक की इस पहल को कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के अंतर्गत शुरू किया गया है, जो न सिर्फ संस्थान की सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है बल्कि यह उदाहरण बन सकता है अन्य संस्थानों के लिए भी। संजीवनी एंबुलेंस अब जिले के कोने-कोने में जाकर आमजन को यह एहसास कराएगी कि इलाज अब दूर नहीं रहा, बल्कि खुद चलकर उनके दरवाजे तक पहुंच रहा है।

