खबर दस्तक
झारखंड/जामताड़ा :
पंकज मिश्रा
झारखंड के जामताड़ा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजकुमार मेहता ने एक अनूठी पहल करते हुए आदिवासी समुदाय की एक युवती वासुमति किस्कू की शादी करवाई, जिसमें उन्होंने न सिर्फ अभिभावक की भूमिका निभाई बल्कि एक पिता की तरह सभी रस्मों को भी निभाया। यह घटना जामताड़ा थाना क्षेत्र के मेंझिया पंचायत के पड़डीह गांव की है, जहां वासुमति का विवाह पश्चिम बंगाल के चित्तरंजन के सुनील मुर्मू के साथ संपन्न हुआ।
वासुमति के माता-पिता और दोनों भाइयों का निधन हो चुका था, जिसके कारण उस पर जीवन यापन की जिम्मेदारी आ गई थी। उसकी शादी नहीं हो पा रही थी। गांव की मुखिया मिरूदी सोरेन ने इस मामले में एसपी राजकुमार मेहता से मदद मांगी। एसपी ने तुरंत इस जिम्मेदारी को स्वीकार किया और शादी का पूरा खर्च उठाने का फैसला किया।
गुरुवार को, शादी के दिन, एसपी राजकुमार मेहता अपनी बेटी और बेटे के साथ गांव पहुंचे। उन्होंने वासुमति को विदाई की सभी सामग्री, जैसे कपड़े, जेवर और रहने-सहने का सामान उपहार स्वरूप भेंट किया। इस अवसर पर सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में एसपी ने कहा कि यह सामाजिक दायित्व के तहत उठाया गया एक कदम था, जिसका उद्देश्य यह संदेश देना था कि पुलिस सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखने का ही काम नहीं करती, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों का भी निर्वहन करती है।
एसपी ने कहा कि इस पहल से आदिवासी समुदाय के साथ घुलने-मिलने का अवसर मिला है और पुलिस के प्रति उनके मन में मौजूद भ्रांतियां भी दूर होंगी। उन्होंने कहा कि इससे आदिवासी समुदाय पुलिस को अपना समझेंगे।
इस मौके पर जामताड़ा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह, मेजर अजीत चौबे, सामाजिक कार्यकर्ता भागीरथ पंडित सहित अन्य पुलिस अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
एसपी की इस पहल की सराहना की जा रही है और इसे पुलिस की सकारात्मक छवि को बढ़ावा देने वाला कदम माना जा रहा है।