खबर दस्तक
मधुबनी :
मधुबनी शहर में जाम की समस्या विकराल होती देख शहर के छः जगहों पर अस्थाई पार्किंग जोन का बोर्ड लगा दिया गया, लेकिन अस्थाई पार्किंग जोन वेंडिंग जोन में तब्दील रहता है। यहां अस्थाई रूप से दुकानदार अपना दुकान चलाते हैं। दरअसल, जब शहर के नागरिकों द्वारा पार्किंग जोन की बात उठी, तो यहां बोर्ड लगाकर उन्हें संतुष्ट किया गया। जब प्रशासनिक महकमा में खलबली मचती है, तो सड़कों पर उतरकर समाधान ढूंढने में लग जाते हैं। दो-चार दिन तक अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया जाता है।
इसी कड़ी में देखा कि शहर के बाटा चौक के पास सड़कों पर ही अवैध रूप से पार्किंग बनाएं हुए हैं, जिससे इन जगहों पर रोज जाम की समस्या होती है। ऐसे न जाने शहर के कई स्थान हैं, जहां सड़क सकरी है, लेकिन आधी गाड़ी सड़क संचालक, निजी क्लीनिक द्वारा अवैध रूप से पार्किंग बनाएं रहते हैं।
जिला प्रशासन को चाहिए कि समस्या की मूल जड़ को समाप्त करना, तभी शहर से जाम की समस्या पूरी तरह से समाप्त हो सकती है। शहर में जाम की समस्या को लेकर जिलास्तर पर कई बैठके हुई, लेकिन समस्या जस के तस बनी हुई है। पिछले दिनों नगर निगम की बैठक में निर्णय हुआ था कि स्टेशन के समीप ई-रिक्शा पार्किंग के लिए स्थल चिह्नित किया गया है, लेकिन पार्किंग बनाने के लिए अभी तक कोई काम नहीं किया गया है।
पूर्व के आदेशों को दुहराती है प्रशासन जिला प्रशासन और नगर निगम कई वर्षों से शहर के विभिन्न चौक-चैराहों पर हुए अतिक्रमण को हटाने का काम करती है, अगले दिन फिर से अतिक्रमण हो जाता है। समस्या को खत्म करने का प्रयास विफल रहता है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और वया करती है। जाम की समस्या और अतिक्रमण मामले में ऐसा कहा जा सकता है कि दो-चार दिन प्रशासन जाम हटवाकर महीनों अपनी पीठ थपथपाती रहती है।
अस्थाई पार्किंग जोन बना अनुपयोगी शहर के एसबीआइ क्षेत्रीय कार्यालय के पास एवं गंगासागर चौक के समीप सेंट्रल बैंक के सामने पार्किंग के लिए स्थल किया गया है, लेकिन उदासीनता की वजह से आज तक इन यहां से अस्थाई दुकान नहीं हटाई गई। यदि शहर से सटे दो पहिया और चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था हो जाय, तो शहर में जाम की समस्या समाप्त हो जायेगी।
सड़कों पर बना रहता है अवैध पार्किंग :
शहर के शंकर चौक से नगरपालिका चौक तक इसके अलावे सुभाष चौक, महाराजगंज, मेन मार्केट आदि स्थानों पर अवैध रूप से पार्किंग बना हुआ है। निजी शॉपिंग मॉल संचालक, निजी क्लीनक वाले अपना दुपहिया वाहन लगाए रहते हैं। जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
क्या कहते हैं अधिकारी :
सिटी मैनेजर राजमणि कुमार ने कहा कि शहर में जाम की समस्या व पार्किंग व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए पहल की जा रही हैं, जल्द ही इस समस्या से शहरवासियों को निजात मिल जायेगी।