- मेला क्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त संख्या में जिले के तेज तर्रार दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियो की होगी प्रतिनियुक्ति
- काफी संख्या में पुलिस बल की भी होगी तैनाती
- सभी महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे एवं वीडियो ग्राफी द्वारा रखी जायेगी नजर
- सादे लिबास में भी तैनात होगी पुलिस
- चिन्हित निर्धारित क्षेत्र में ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं डीजे पर रहेगी पूर्ण रोक
खबर दस्तक
मधुबनी/बिस्फी :
मधुबनी जिले के बिस्फी प्रखंड में सोमवारी श्रावणी मेले के दौरान विधि व्यवस्था संधारण एवं इस अवसर पर सौहाद्रपूर्ण वातावरण में मेला आयोजन को लेकर टीसीपी भवन,बिस्फी में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम विधायक एवं शांति समिति के सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि इस वर्ष श्रावण मास का शुभारंभ 11 जुलाई 2025 से होगा तथा श्रावणी पूर्णिमा एवं रक्षाबंधन का पर्व 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस वर्ष श्रावण मास में चार सोमवारी पर्व मनाया जाएंगे।
प्रथम सोमवारी 14 जुलाई 2025, द्वितीय सोमवारी 21 जुलाई 2025, तृतीय सोमवारी 28 जुलाई 2025, एवं चतुर्थ एवं अंतिम सोमवारी 4 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रावणी पूर्णिमा एवं रक्षा बंधन 9 अगस्त 2025 को मनाया जाने की सूचना प्राप्त हुई है। जिलाधिकारी ने कहा कि श्रावण मास जिले में धार्मिक आस्था परंपरा एवं सांस्कृतिक महत्व से जुड़ा पर्व है, जिसमें विशेष कर सोमवारी को जिले के विभिन्न शिवालियों यथा उगना महादेव, बाबा कपलेश्वर महादेव आदि महत्वपूर्ण मंदिरों में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ती है।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर विधि व्यवस्था संधारण एवं आपसी सौहाद्रपूर्ण वातावरण में मेले का आयोजन को लेकर सभी महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त संख्या में तेज तर्रार दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी, साथ ही काफी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती होगी। सभी महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे एवं वीडियो ग्राफी द्वारा नजर रखी जाएगी।
चिन्हित सभी संवेदनशील स्थलों एवं कांवरियों के गुजरने वाले मार्गों पर विशेष रूप से निगरानी रखी जाएगी। सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की मंशा रखने वाले असामाजिक तत्वों पर नजर रखने एवं उनके विरुद्ध कड़ी कारवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी चयनित स्थलों पर बैरिकेडिंग एवं ड्राप गेट के निर्माण का भी निर्देश दिया है। इसके अतिरिक्त सभी भीड़भाड़ वाले स्थानों जैसे, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर भी विशेष निगरानी रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इस दौरान सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी बरते जाने के निर्देश निर्गत किए गए हैं, ताकि असामाजिक तत्वों द्वारा अफवाहों को फैलाने के प्रयास को रोका जा सके। पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी उन्होंने कहा है कि जैसे ही कोई अप्पतिजनक एवं अफवाह फैलाने, सामाजिक समरसता को बिगाड़ने वाले पोस्ट नजर आता है, तो तुरंत अपने वरीय अधिकारियो को सूचित करें। छोटी-छोटी घटनाओं को भी पूरी गंभीरता से लेकर उसपर संज्ञान लेने तथा उसकी सूचना अपने वरीय अधिकारियों को देने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि विधि व्यवस्था संधारण के लिए सभी अनुमंडल स्तर पर अनुमंडल नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी। रोस्टर के हिसाब से अधिकारियों एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा दल, विद्युत आपूर्ति, गश्ती दल आदि के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
वहीं, मधुबनी एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि सादे लिबास में भी पुलिस बल की भी तैनाती होगी। निर्धारित क्षेत्र में ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं डीजे पर पूर्ण रूप से रोक रहेगी तथा इसका सख्ती से अनुपालन करवाने का निर्देश भी दिया गया है।
विधायक ने भी बैठक को संबोधित किया। शांति समिति के सदस्यों द्वारा बारी-बारी से अपने सुझाव दिए गए साथ ही उनके द्वारा कई महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की गई। शांति समिति के सभी उपस्थित सदस्यों ने भी एक स्वर में पूरे सौहाद्रपूर्ण वातावरण में श्रावणी पर्व मनाए जाने की बात कही।
उक्त बैठक ने बिहार विधान सभा सदस्य हरिभूषण ठाकुर “बचौल”, पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार, अपर समाहर्ता आपदा संतोष कुमार, एसडीओ बेनीपट्टी,एडीएमओ रजनीश कुमार, बीडीओ, सीओ सहित कई अधिकारी एवं शांति समिति के सभी सदस्य उपस्थित थे।