- रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून, रहें स्वस्थ्य
मरीजों को नहीं होने दी जाएगी ब्लड की कमी : डॉ. कुणाल
खबर दस्तक
मधुबनी :
विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर शनिवार को सदर अस्पताल स्थित ब्लडबैंक में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। इसमें दर्जनों रक्त वीरो ने रक्तदान किया। शिविर में आधी आबादी की भूमिका भी सराहनीय रहा। शनिवार को सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में एनसीसी कैडेट्स द्वारा 15 युनिट, सखी बहिनपा मैथिलानी समूह द्वारा 20 युनिट समेत अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा कुल 70 युनिट रक्त संग्रहण किया गया।
इस अवसर पर ब्लड बैंक प्रभारी डॉ कुणाल कौशल ने कहा कि जिले के मरीजों को ब्लड की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा समय-समय पर रक्तदान कर लोगों को ब्लड की जरूरतों को पूरा किया जाता है। इसके अलावा ब्लड बैंक द्वारा भी 15 से 20 ऐसे लोगों का समूह तैयार किया गया है, जो कभी भी ब्लड की जरूरत होने पर नि:शुल्क ब्लड डोनेट कर जरूरतमंदों को ब्लड उपलब्ध कराते हैं। डॉ. कुणाल ने कहा कि ब्लड बैंक में वर्तमान में सभी ग्रुप के लगभग 130 यूनिट ब्लड उपलब्ध है।
रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून, रहें स्वस्थ्य :
सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार ने कहा कि करें रक्तदान, दें जीवन दान, रक्तदान महादान है। रक्तदान के कई फायदे भी हैं। यह शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है, और रक्त दाता को स्वस्थ्य रखता है। रक्तदान से ह्रदयाघात की संभावना कम होती है। ब्लड प्रेशर कम होता है, साथ ही ब्लड प्रेशर की दवा खाने वाले रोगी की डोज भी घट जाती है।
रक्तविकार संबंधी रोगियों को होती है ब्लड की जरूरत :
डॉ. कुणाल कौशल ने कहा कि रक्त विकार संबंधी कई ऐसी बीमारियां हैं, इसके लिए ब्लड की जरूरत होती है। ऐसे लोगों का ध्यान रखना हम सब लोगों की जिम्मेदारी हो जाती है। रक्त विकार की समस्याओं थैलीसीमिया, हीमोफीलिया व ब्लड कैंसर से प्रभावित लोगों को रक्त की हमेशा जरूरत होती है। एनीमिया प्रभावित गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधी जोखिम को कम करने के लिए भी रक्त की जरूरत होती है। अत्यधिक रक्तस्राव से प्रसूता की जान भी जा सकती है। वहीं अन्य प्रकार के सर्जरी के दौरान भी रक्त की जरूरत लोगों को होती है। ऐसे समय के लिए अधिकतर लोग ब्लड बैंक पर ही निर्भर होते हैं। ब्लड की आवश्यकता की पूर्ति तभी संभव है, जब ब्लड बैंक में पर्याप्त खून का भंडारण किया गया हो। ऐसे में एक स्वस्थ्य व्यक्ति द्वारा रक्तदान किया जाना महादान माना जाता है।
रक्तदाता इन बातों का रखें ख्याल :
18 साल से 65 साल के लोग रक्तदान कर सकते हैं.
45 किलोग्राम वजन के लोग 350 मिलीलीटर एवं 55 किलोग्राम से ऊपर वजन के लोग 450 मिलीलीटर खून दान कर सकते हैं.
12.50 ग्राम हीमोग्लोबिन या इससे अधिक होने पर ही रक्तदान संभव है.
एड्स, उच्च रक्तचाप, अत्यधिक मधुमेह एवं थेलेसीमिया जैसे अन्य गंभीर रोगों से ग्रसित लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं.
टीबी के मरीज ठीक होने के 2 साल बाद रक्तदान कर सकते हैं.
रक्तदाता का वजन 45 किलोग्राम से कम नहीं हो.
रक्तदान करने से 24 घंटे पहले शराब, धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन नहीं करें.