- दो घंटे तक पानी देकर ट्रांसफार्मर को किया गया नॉर्मल
खबर दस्तक
मधुबनी :
मंगलवार के रात पावर ग्रिड में लगे 10 एमबीए के ट्रांसफार्मर का टेंपरेचर अचानक 80 डिग्री से ज्यादा हो जाने के कारण ट्रांसफार्मर ब्लास्ट होने लगा। ग्रिड में काम करने वाले कर्मी के त्वरित कारवाई के कारण ट्रांसफार्मर ब्लास्ट होने से बच गया।
इस बाबत बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने कहा कि रामनगर पावर ग्रिड से मधुबनी पीएसएस में लगे 10 एमबीए के ट्रांसफार्मर में बिजली दी जाती है। उसके बाद घरेलू खपत के लिए फीडर को बिजली दी जाती है। मंगलवार के रात गरमी ज्यादा रहने के कारण बिजली के लोड ट्रांसफार्मर पर ज्यादा हो गई, जिसके कारण ट्रांसफार्मर का टेंपरेचर सामान्य से 30 डिग्री ज्यादा हो गया। कार्यपालक अभियंता ने कहा कि मौसम के टेंपरेचर जितना रहता है, उससे 10 से 15 डिग्री टेंपरेचर ट्रांसफार्मर का होना चाहिए। अगर ट्रांसफार्मर का टेंपरेचर ज्यादा होगा, तो उसका क्वाइल जलने के साथ ही ट्रांसफार्मर ब्लास्ट होने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि अगर पांच डिग्री टेंपरेचर और बढ़ जाता, तो ट्रांसफार्मर ब्लास्ट कर सकता था। अगर ट्रांसफार्मर ब्लास्ट कर जाता, तो पांच मीटर तक आग की लपटे फैल सकती थी।
कार्यपालक अभियंता ने कहा कि तत्काल ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति को बंद कर ग्रिड में लगे समरसेवल को चालू कर दो घंटे तक ट्रांसफार्मर पर पानी दिया गया। जब ट्रांसफार्मर का टेंपरेचर सामान्य हो गया, उसके बाद फिर से बिजली को चालू की गई।
विभाग के कनीय अभियंता अनिल कुसुम ने कहा कि ट्रांसफार्मर गर्म होने के कारण शहर के सभी छह फीडर का बिजली दो घंटे तक बाधित रही।