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सीतामढ़ी :
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित भिट्ठामोर में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) की स्थाई स्थापना की दिशा में प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। आईसीपी के लिए पूर्व में अर्जित की गई भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। यह आदेश सीमावर्ती क्षेत्र की सुरक्षा, व्यापारिक सुगमता और सीमा प्रबंधन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि चिह्नित भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और शीघ्र ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।
क्या है इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट:
भिट्ठामोर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट की स्थाई स्थापना की दिशा में बड़ा कदम, अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी
सीतामढ़ी, बिहार: भारत-नेपाल सीमा पर स्थित भिट्ठामोर में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) की स्थाई स्थापना की दिशा में प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। आईसीपी के लिए पूर्व में अर्जित की गई भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है।
यह आदेश सीमावर्ती क्षेत्र की सुरक्षा, व्यापारिक सुगमता और सीमा प्रबंधन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि चिह्नित भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और शीघ्र ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।
क्या है इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट:
आईसीपी एक उच्च स्तरीय सीमा चौकी होती है, जो सीमा पार व्यापार, यात्रा और सुरक्षा की सभी व्यवस्थाओं को एक ही परिसर में संचालित करने के लिए विकसित की जाती है। भिट्ठामोर में इसके स्थाई निर्माण से भारत-नेपाल व्यापार को मजबूती मिलेगी और सीमा क्षेत्र में निगरानी व्यवस्था और अधिक प्रभावी होगी।
प्रशासन की सख्ती:
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे सहयोग करें और स्वयं अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। भूमि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
स्थानीय प्रतिक्रिया:
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया है, लेकिन कुछ लोगों ने पुनर्वास और वैकल्पिक व्यवस्था की मांग भी उठाई है। प्रशासन का कहना है कि जनहित और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।आईसीपी एक उच्च स्तरीय सीमा चौकी होती है, जो सीमा पार व्यापार, यात्रा और सुरक्षा की सभी व्यवस्थाओं को एक ही परिसर में संचालित करने के लिए विकसित की जाती है। भिट्ठामोर में इसके स्थाई निर्माण से भारत-नेपाल व्यापार को मजबूती मिलेगी और सीमा क्षेत्र में निगरानी व्यवस्था और अधिक प्रभावी होगी।

