- राज केनाल पर रेलवे के संवेदक द्वारा मिट्टी भरने से शहर के तीस प्रतिशत जनता हो रहे प्रभावित
- कई मोहल्लों के स्थानीय लोगों में आक्रोश
खबर दस्तक
मधुबनी :
कार्तिक कुमार
मधुबनी जिला मुख्यालय से जल निकासी के लिए प्रमुख तीन केनालों में राज केनाल का अस्तित्व खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है। शहर की तीस प्रतिशत जल की निकासी इस राज केनाल के माध्यम से होता है। पर रेलवे के संवेदकों द्वारा राज केनाल को मिट्टी से भरकर पाट दिया गया है, जिससे शहर कर कई मोहल्लों में सड़कों पर जलजमाव हो गया है। इससे स्थानीय नागरिकों में काफी आक्रोश है। शहर में पिछले दो दिन पहले हुए बारिश से हुए जल जमाव का पानी अभी निकला भी नहीं था कि रेलवे द्वारा राज केनाल पर मिट्टीकरण कर उसे भर दिया गया है। आगामी मौनसून में राज केनाल से जल निकासी नहीं होने की आशंका से शहर की तीस प्रतिशत आबादी प्रभावित हो जाएगी।
राज केनाल की लंबाई :
शहर में राज केनाल की लंबाई लगभग डेढ़ किलोमीटर है। यह बीएसएनएल कार्यालय से काली मंदिर के उत्तर होते हुए माल गोदाम रोड होते हुए महावीर जी मंदिर के पूरब रेलवे के नाला होते हुए रेलवे स्टेशन के अंडर ग्राउंड नाला होते 12 नंबर गुमटी के नजदीक आरओबी के नीचे होते हुए आगे बढ़ जाती है। राज केनाल से अंग्रेजों के जमाने से शहर में जल निकासी होती रही है। पूर्व में शहर कई स्थानों पर मकान नहीं होने व खाली जमीन रहने से बरसात का पानी खाली ज़मीनों पर पसर जाया करता था। पर धीरे धीरे शहर की आबादी बढ़ने और शहर में जगह-जगह मकान बन जाने के कारण जल निकासी का एक मात्र साधन केनाल ही बचा है।
पर राज केनाल को भर कर उस पर अनधिकृत रूप से बसों के ठहराव का स्थल बनाये जाने से शहर के डूबने की संभावना प्रबल हो गया है। बुधवार को राज केनाल को मिट्टी से भर दिए जाने की सूचना वार्ड संख्या-15 के पार्षद प्रतिनिधि सुरेंद्र मंडल ने नगर निगम के आयुक्त अनिल चौधरी को दिया व तत्काल कार्रवाई की मांग की। नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि नगर निगम के सफाई संवेदक द्वारा जेसीबी मशीन से राज केनाल की सफाई का कार्य शुरु होगा, पर दिन भर जेसीबी मशीन के आने का इंतजार ही होता रहा, पर जेसीबी नहीं आया।
क्या कहते है स्थानीय लोग :
विनोदानंद कॉलोनी के निवासी सेवा निवृत्त बैंक कर्मी सुनील चंद्र मिश्रा ने कहा कि शंकर चौक, आदर्श नगर, गौशाला, मुरली मनोहर तालाब, बीएन झा कॉलोनी सहित शहर के दर्जनों मोहल्ले के पानी राज केनाल के द्वारा होता है। ऐसे में रेलवे द्वारा राज केनाल को भर देने से इन मोहल्लों में रहने वाले शहर के तीस प्रतिशत लोगों को बरसात के दिनों में काफी परेशानी होगी। नाला के अवरुद्ध होने से अभी से कॉलोनी में जल जमाव हो गया है। निगम व रेल प्रशासन द्वारा सही समय पर यदि इसे रोका नहीं गया, तो आने वाले समय मे शहर में विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
वार्ड नंबर-15 के वार्ड पार्षद रुम्मी देवी ने कहा कि अंग्रेज के जमाने से बना राज केनाल को रेलवे द्वारा मिट्टी कारण किये जाने से आधे शहर का पानी अवरुद्ध हो जाएगा। इससे बरसात के दिनों में महीनों लोगों के घर मे जल जमाव रहेगा, ऐसे में महामारी की आशंका भी प्रबल हो जाएगी। प्रशासन पहल कर इस समस्या का निदान करें अन्यथा लोगों में भारी आक्रोश ब्याप्त हो रहा है।
प्रो. शैलेन्द्र कुमार झा कक्कू ने रेल प्रशासन से अविलंब हस्तक्षेप कर मामले के निष्पादन करने का अनुरोध करते हुए कहा कि राज केनाल द्वारा मिट्टी निकासी की अविलंब व्यवस्था करें।
क्या कहते हैं अधिकारी :
नगर निगम के आयुक्त अनिल चौधरी ने कहा कि जनहित में रेलवे द्वारा भरे गए केनाल की सफाई जेसीबी से कराई जाएगी। राज केनाल से शहर से जल निकासी स्वतंत्रता के पूर्व से होती आ रही है। ऐसे में इसे अवरुद्ध करने पर शहर में विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। रेलवे के द्वारा पिछले वर्ष यह आश्वासन दिया गया था कि राज केनाल पर रेलवे द्वारा नाला निर्माण का कार्य कराया जाएगा, पर संवेदक के द्वारा रेलवे के निर्माण कार्य के दौरान राज केनाल का भरना दुर्भाग्यपूर्ण है।
वहीं समस्तीपुर के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने कहा कि जनहित से जुड़े किसी मामले को रेलवे द्वारा नहीं रोका जाएगा।