- जितना संख्या सभागार में थी, उससे अधिक बाहर में भीड़ जमा थी
- सूड़ी समाज को अति पिछड़ा में शामिल करने की मांग
खबर दस्तक
पटना :
सूड़ी जाती को अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल करने के लिए दशक भर से उठ रही आवाजों को रविवार को पटना के बापू सभागार में आंदोलित होता प्रतीत हुआ, जब लगभग बीस हजार की संख्या में सूड़ी समाज के लोग बापू सभागार और पटना गाँधी मैदान और सड़कों को भरने का काम किया।
मौके पर बापू सभागार में आयोजित सूड़ी महासम्मेलन में अखिल भारतीय सूढ़ी (वैश्य) संगठन के संयोजक डा वरुण कुमार ने कहा कि सूढ़ी समाज को अनदेखी करना अब राजनीतिक दलों को महंगा पड़ेगा। वे रविवार को पटना के बापू सभागार में सूढ़ी अधिकार महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। बिहार के कोने-कोने से आये सूढ़ी समाज के हजारों लोगों ने महासम्मेलन को सफल बनाकर यह साबित कर दिया कि हमें राजनीतिक भूख बढ़ गई है। संयोजक ने भीड़ को संकल्प दिलाते हुए कहा कि हम अपनी चट्टानी एकता से सूढ़ी समाज को सफल बनाने में सहयोग करें।
मौके पर पूर्व मंत्री रामचन्द्र पूर्वे ने कहा कि हमारी मांगे जायज है। जायज मांगे लड़कर लेंगे। सूढ़ी जाति को अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल किया जाय। हजारों की उपस्थित भीड़ को शपथ दिलाते हुए श्री पूर्वे ने कहा कि राजनीतिक लड़ाई के लिए हमें सुभाषचंद्र बोस बनना पड़ेगा। खून की भी जरूरत पड़ेगी तो हमें देना पड़ेगा।
वहीं, बिहार विधानसभा के मुख्य सचेतक अरुण शंकर प्रसाद ने कहा कि अतिपिछड़ा में शामिल होने के बाद ही हम शैक्षणिक रूप से मजबूत होंगे। वर्तमान समय में राजनीतिक भागीदारी हमारी नहीं के बराबर है। जब हमें आरक्षण मिलेगा तभी हम सफल होंगे।
वहीं, सीतामढ़ी-शिवहर से एमएलसी रेखा कुमारी ने कहा कि सरकार से हम मांग करते हैं कि आरक्षण देकर सूढ़ी को अन्य समाज की तरह विकास के मुख्य धारा में शामिल किया जाय।
वहीं, पूर्व विधायक अमरनाथ गामी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आजादी के बाद हम इकट्ठा हुए हैं। जो दर्शाता है कि हमारे अंदर आरक्षण की भूख है। सभी राजनीतिक दल तक यह साफ संदेश चला गया है कि सूढ़ी विधायक की संख्या इस बार हर हाल में बढ़ कर रहेगी।
वहीं, पूर्व एमएलसी सुमन महासेठ ने कहा कि वर्ष 2015 से हम संघर्ष कर रहे हैं। दस वर्ष बाद महासम्मेलन में उमड़ी भीड़ सरकार और राजनीतिक दलों के लिए स्पष्ट संकेत है।
वहीं, पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने कहा कि जब तक जमात नहीं जगेगी तब तक लड़ाई पूरी नहीं होगी। आज आप जग गये है। आरक्षण हर हाल में हमें मिलकर रहेगा। मानव जब जोड़ लगाता है पत्थर भी पानी बन जाता है।
वहीं, पूर्व सांसद सूरज मंडल ने कहा कि बिहार में जिसकी आबादी आधा फीसदी है उसके दो सांसद हैं। जबकि हमारी आबादी दो प्रतिशत है, लेकिन एक भी सांसद नहीं है।
वहीं, आरा की मेयर इंदु देवी ने कहा कि आरक्षण की लड़ाई में मातृ शक्ति आपके साथ है। कदम से कदम मिलाकर हम इस आरक्षण की शक्ति को प्राप्त करेंगे।
सभा का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। सहस्त्र बाहु ईश्वर के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन पूर्व एमएलसी बैधनाथ प्रसाद ने किया।
मौके पर अन्य वक्ताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि सूड़ी समाज को अति पिछड़ा में शामिल करने की मांग को लेकर हम वर्षों से संघर्षरत हैं। कई सम्मेलन में इसकी आवाज उठी हैं। अतिपिछड़ा में शामिल होने के लिए इस मंच से भी आवाज उठी थी। हम लोगों ने विधायक एवं अन्य राजनीतिक दलों से मिलकर सूड़ी समाज को अतिपिछड़ा में शामिल होने के लिए मिलकर अभियान को जिंदा रखा। आज 8जून को समाज का हर एक परिवार तन-मन-धन से पटना आकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया है, अब सरकार के जवाब का इंतजार है।कहा कि सूड़ी समाज को अपने अधिकार के लिए एकजुट होकर संघर्ष जारी रखना होगा, तभी सरकार से हमें सम्मान मिल पायेगा।
इस दौरान पूर्व सांसद राजनीतिक प्रसाद, श्याम सुंदर प्रसाद, प्रो. रामौतार प्रसाद, महिला संयोजक धन्वंतरी देवी, सह संयोजक काजोल पूर्वे, प्रदेश सह संयोजक सुनील गड़ाई, प्रमंडलीय संयोजक प्रहलाद पुर्वे, विशम्भर पुर्वे, प्रवीर महासेठ, उपेंद्र नायक, रोमियो नायक, सूरज महासेठ, डा. स्वेता गुप्ता, डा. मनोज कुमार, अस्मिता पूर्वे, ज्योति वैद्य, अनिल वैद्य, सुनील नायक, अवधेश भगत, राजेश गुप्ता, दिगंबर मंडल, विष्णु महतो, रत्नेश्वर प्रसाद, अमित पूर्वे, चितरंजन महतो, अशोक गुप्ता, अरुण साह, डा. नागेश्वर पंजियार, ज्योति पूर्वे, मनोज गुप्ता, नागेन्द्र राउत, रमेश राउत, रंजन कुमार, सत्यनारायण प्रसाद, देवेन्द्र नायक, दीपक पंजियार, रामनाथ पंजियार, शिवांक गामी, अजित महतो, मनीष कुमार, डा. ए.के. गुप्ता, कृष्ण मोहन महतो उर्फ राजा बाबू, सूड़ी युवा मंच जयनगर के अमित राउत, पूर्व अध्यक्ष सुमित राउत, वर्तमान अध्यक्ष अविनाश पंजीयार, सचिव विवेक सूरी, कोषाध्यक्ष पप्पू पुर्वे, कई करीब बीस हजार से अधिक सूड़ी समाज के लोग उपस्थित थे।