- प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश ने पौध रोप कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
खबर दस्तक
मधुबनी :
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बिहार विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्तवाधान में न्यायालय परिसर में गुरुवार को कार्यक्रम हुई। कार्यक्रम कि शूरूआत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनामिका टी, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय जय किशोर दूबे, एडीजे द्धितीय रचना राज, एडीजे चतुर्थ रश्मि प्रसाद, एडीजे तृतीय ललन कुमार, प्राधिकार सचिव संदिप चैतन्य ने दीप जला कर किया।
इस दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कही कि पर्यावरण संरक्षण आज की सबसे बड़ी जरूरत है। प्रत्येक व्यक्ति को कम-से-कम एक पेड़ अवश्य लगना चाहिए, जिससे भविष्य की पीढ़ी को स्वच्छ हवा, जल व हरियाली हो सके। पर्यावरण सूरक्षा के लिए अभी से नही जूटे तो जिस तरह अभी डायनोसोर के बारे में कहा जाता है कि डायनोसोर था। उसी तरह आने वाले भविष्य भी अपने बच्चों को कहना पड़ेगा कि पेड़ था, ऑक्सीजन माक्स लगा कर चलना पड़ेगा।
वहीं, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय ने पर्यावरण के महत्व को समझाते हुए लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने के लिए कहा। इससे पहले मुख्य न्यायिक दण्डाघिकारी प्रमोद कुमार महथा ने आंगतुक को स्वागत करते हुए प्रकृति को संरक्षण के लिए लोगों को एक एक पेड़ लगाने की अपील की।
कार्यक्रम के अंत में प्राधिकार सचिव ने घन्यवाद ज्ञापन किया, वहीँ, कार्यक्रम का संचालन संतोष निषांत ने किया।
गमलों में लगे पौधों का किया गया वितरण :
विश्व पर्यावरण के दिवस में जहाँ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनामिका टी ने न्यायालय परिसर में फलदार वृक्ष सरीफा का पौधा लगाया। वहीं प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय ने ऑवला का पौधा लगा कर लोगों को पर्यावरण को संरक्षित करने का संदेश दिया। वहीं कार्यक्रम के दौरान उपस्थित न्यायिक पदाघिकारियों को गमलों में लगे पौधा दिया गया, ताकि वे अपने-अपने कार्यालयों और अवासीय परिसरों में पर्यावरण संरक्षण की पहल को आगे बढ़ा सके।
इस दौरान मौके पर एडीजे प्रथम सैयद मो० फजलुल बारी, एडीजे पाँच सुभाष कुमार राय, एडीजे आठ गोरख नाथ दूबे, एसीजेस्म प्रथम तेजकुमार प्रसाद, मजिस्ट्रेट दिवानंद झा, नरेश कुमार, मुंसिफ प्रतीक रंजन चौरसिया, न्यायालय प्रबंधक सरफराज आलम, लोक अदालत कर्मी सुशांत चक्रवर्ती, संतोष दत्त, न्यायालय कर्मी मनोहर कुमार झा, पवन कुमार, पंकज कुमार झा, अंकित कुमार, आनंद बिहारी सहित सभी न्यायालयकर्मी उपस्थित थे।