खबर दस्तक
मधुबनी :
के.के. पुट्टी
मधुबनी जिले में पशुपालन विभाग बाढ़ को देखते हुए अभी से तैयारी शुरू कर दिया है। पशुपालन विभाग के द्वारा जिले के सभी प्रखंड पशु चिकित्सालय में दावा उपलब्ध कराया जा रहा है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. राजेश ने कहा कि जिले में अभी 45 पशु चिकित्सालय कार्यरत है, दस और पशु चिकित्सालय के लिए स्वीकृति मिल गया है। बाढ को लेकर विभाग के द्वारा चारा के लिए निविदा की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। पशुओं के इलाज को लेकर विभाग विशेष चिकित्सा भान भी चालू किया गया है। पशुपालन पदाधिकारी ने कहा कि अगर किसी किसान के पशु का तबियत खराब हो जाता है, तो किसान 1962 पर डायल कर चिकित्सा भान से मेडिकल सुविधा ले सकता है। जिले के सभी प्रखंडों में रैपिड रिस्पांस टीम बनाया गया है। रैपिड रिस्पांस टीम बाढ़ के समय में पशुओं को चिकित्सा सुविधा आसानी से मिले इसको लेकर बनाया गया है।
पशुओं के लिए तीस तरह का दावा उपल्ब्ध :
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने कहा कि पशुओं के इलाज के लिए अभी तीस प्रकार का दावा उपल्ब्ध है, जिसमें पशुओं को बुखार, जलन, पेट खराब सहित एंटीबायोटिक दवा सभी प्रखंड पशु चिकित्सालय को उपलब्ध कराया गया है। बाढ़ के समय में पशुओं को होने वाले बीमारी से बचाव को लेकर भी सभी प्रखंड पशु चिकित्सालय में दावा उपल्ब्ध करवा दिया गया है। पशुओं को बाढ़ के समय चारा को लेकर गेहूं के भूसी के लिए सभी प्रखंड मुख्यालय में ऊंचे स्थानों का चयन कर लिया गया है। बाढ़ को लेकर पशुपालन विभाग सभी प्रखंड में पशुओं को ऊंचे स्थानों पर रखने के लिए स्थल चयन कर उसको ढकने के लिए पॉलीथिन का व्यवस्था कर रहा है। जिला पशुपालन पदाधिकारी ने कहा कि बाढ़ को देखते हुए हरलाखी, झंझारपुर, जयनगर, बेनीपट्टी, बिस्फी प्रखंड में बाढ़ का ज्यादा संभावना रहता है। उस प्रखंड में विशेष चिकित्सा सुविधा के लिए पशु मेडिकल टीम भी बनाया जाएगा। टीम में चिकित्सक के साथ सभी तरह के दवा भी उपलब्ध रहेगा।