खबर दस्तक
मधुबनी/झंझारपुर :
मधुबनी जिले के झंझारपुर नगर परिषद प्रशासन के द्वारा शहर के एक दर्जनों दुकान में छापामारी कर पॉलिथीन बरामद किया है। प्रशासन और सरकार के द्वारा रोक के बावजूद भी खुलेआम पॉलिथीन का उपयोग धड़ल्ले से नगर परिषद के विभिन्न दुकानों में किया जा रहा था, जिसे देखते हुए गुरुवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर झंझारपुर थाना के सहयोग से नगर परिषद प्रशासन ने एक बार एक साल के बाद फिर कारवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई से शहर के दुकानों में रखें दुकानदारों को पॉलिथीन हटाने के लिए मजबूर कर दिया है।
नगर परिषद के स्वच्छता प्रभारी दीपक कुमार ने बताया की 12 दुकानों की जांच की गई, इन दुकानों से कुल ढाई किलो ग्राम पॉलिथीन बरामद किया गया है। इन सभी दुकानदारों पर 18000 रुपए का जुर्माना किया गया है। इस कारवाई में स्वच्छता प्रभारी दीपक कुमार, सीटी मैनेजर संजय कुमार, इंजिनियर दीपक राज, झंझारपुर थाना के एसआई किरण कुमारी समेत अन्य लोग शामिल थे। अब सवाल उठता है कि इससे पूर्व भी नगर परिषद के द्वारा पर पाबंदी लगाने के लिए भी छापेमारी की गई थी, लेकिन छापेमारी के साथ ही दूसरे दिन से ही पॉलिथीन धड़ल्ले से लोगों के हाथों में देखना शुरू हो गया। अगर औपचारिक रूप से यह जांच और कार्रवाई की जाती है, तो फिर इस छापेमारी का कोई उद्देश्य ही नहीं रह जाता।
सरकार और प्रशासन किसी भी मामले में जड़ तक नहीं पहुंच पाती है। झंझारपुर बाजार के अंदर पॉलिथीन का थोक विक्रेता का अपने गुप्तचर से पता लगाकर कारवाई होनी चाहिए थी, तो दूसरी ओर जहां पॉलिथीन का निर्माण किया जा रहा है, उसे पर भी पाबंदी लगनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता है। छोटे-छोटे दुकानदारों पर प्रशासन की डंटाज चलती है, जुर्माना लगती है लेकिन रोक नहीं पाती। एक स्वाभाविक प्रक्रिया है कि अगर मार्केट में जो सामान आएगा वह बिकता है, चाहे सरकार का प्रतिबंधित सामान हो या अन्य सामान।