खबर दस्तक
मधुबनी/लदनियां :
मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड क्षेत्र के पदमा गैस एजेंसी परिसर में राजद कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी संवाद सह कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन प्रखंड राजद अध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य झमेली महरा के अध्यक्षता में आयोजित किया।
बतौर मुख्य अतिथि बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र से राजद के पूर्व विधायक प्रोफेसर उमाकांत यादव, पूर्व मुखिया सह राजद के नेता गणेश यादव, पूर्व जिला परिषद सदस्य सह राजद प्रदेश सचिव राम अशीष पासवान, अतिपिछड़ा सह राजद के मजबूत स्तंभ गिदवास पंचायत के मुखिया अजय कुमार साह, पूर्व मुखिया रंजन कुमार राजू एवं मुस्लिम नेता मोहम्मद हारून ने संबोधित किया।
सैकड़ों ग्रामीण कार्यकर्ताओं, आमलोगों एवं पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक प्रोफेसर उमाकांत यादव ने कहा कि सुशासन के नाम पर हो रही लूट, बलात्कार, हत्या, फिरौती मांगने, एवं सत्ता संपोषित भ्रष्टाचार के संबंध में अपने ढंग से बिचारा रखा। वहीं श्री यादव ने तेजस्वी के पढ़ाई, नौकरी, दवाइ, रोजगार के साथ-साथ माई-बहन मान योजना, जिसके तहत प्रत्येक परिवार को 2500 रुपए प्रति माह, सभी पेंशन के लाभार्थियों को 400 के जगह 1500 रुपए, आम अवाम को 200 युनिट बिजली मुफ्त एवं राशनकार्ड धारकों को महीने में दस किलो अनाज मुफ्त योजना की घोषणा किया है। पूर्व विधायक श्री यादव ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को बताया कि हम तेजस्वी यादव के संवाद को लेकर आपके बीच आयें है और गांव गांव पिछले एक साल से घुम घुम कर लोगों को बता रहे हैं कि बिहार के मौजुदा हालात में तेजस्वी ही विकल्प है। नीतीश और मोदी जुमला बाज है।।
उन्होंने कहा कि आज बिहार में रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, कारवाई, हत्या, फिरौती और भ्रष्टाचार की जो स्थिति है वह किसी से छिपी नहीं है। तेजस्वी यादव ने मात्र 17 माह के महागठबंधन सरकार में बतौर उप मुख्यमंत्री जो कर दिखाया, वह दो दशक के सरकार ने नहीं किया। बिहार में केन्द्रीय सत्ता संपोषित सरकार होने के बाद एक भी उधोग या कल-कारखाने का अगाध नहीं हुआ। यहां के लोग रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं और उन्हें वहां अपमानित होना पड़ता है। भारत सरकार में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने बिहार में उधोग लगा कर लोगों के मालियहालात संभालने का प्रयास किया, परंतु सत्ता परिवर्तन के बाद दिवय स्वप्न बन कर रह गया।
बदले सत्ता परिवर्तन के हालात में आधे दर्जन बिहार से मंत्री बनते रहे परंतु किसी ने बिहार के जनता के इच्छा और आशा के अनुरूप काम नहीं किया। कारण रैयाम, लोहट का चीनी मिल, दरभंगा का अशोक पेपर मिल बंद है। उन्होंने कहा कि मुझे कहने में संकोच नहीं की मिथिलांचल बाढ़-सुखाड़ प्रभावित क्षेत्र रहा है। यहां के किसानों के द्वारा उत्पादित ईख से बनने वाली गुर और चीनी एक ओर जहां लोगों को स्वाबलंबी बनाता था, वहीं दूसरी ओर सरकार को राजस्व भी उपलब्ध कराता था। परंतु सरकार के उदासीनता और राजनीतिक महत्वाकांक्षा ने इसे पनपने में ही बाधक सिद्ध हो कर रह गया।
बैठक में उपस्थित लोगों को पूर्व मुखिया गणेश यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि हम लोगों को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को त्याग कर 2025 के चुनाव में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने और उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाना होगा। संगठन में रुढ़िवादी व्यवस्था को समाप्त कर उर्जावान कार्यकर्ताओं को लाना होगा। ताकि 1977,1990, से 2005 फिर 2015 में सत्ता हथियाने का जो मंत्र स्व देव नारायण यादव ने दिया उस मंत्र के सहारे लोगों के बीच जाना होगा।
इस बैठक में पूर्व जिला परिषद सदस्य सह राजद प्रदेश सचिव राम अशीष पासवान, पूर्व प्रमुख भोगेन्द्र यादव, झंझारपुर जिला पंचायतीराज प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नवीन कुमार यादव, पूर्व मुखिया अमर बहादुर कामत, पूर्व मुखिया रंजन राजू, मोहम्मद हारून, बिनोद कुमार यादव, पूर्व मुखिया राहुल मंडल,गिदवास पंचायत के मुखिया अजय कुमार साह, मुकेश कुमार यादव, राम देव पासवान, प्रणव कुमार पप्पू, हजारी कामत, दर्जनों विशिष्ट कार्यकर्ता सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।