- शहीद सूरज नारायण सिंह के 119वीं जयंती में हुए शामिल
खबर दस्तक
दरभंगा :
महान स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी आंदोलन के अगुआ शहीद सूरज नारायण सिंह की स्मृति में दरभंगा के लहेरियासराय के पोलो मैदान में शहीद सूरज नारायण सिंह स्मृति सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में सूरज बाबू का महत्वपूर्ण योगदान है। वह संघर्ष के दौरान वर्षों जेल की यातनाएं झेलीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद सूरज नारायण सिंह का स्मारक दरभंगा जिला में होगा। उन्होंने कहा कि शहीद सूरज नारायण सिंह की आदमकद मूर्ति की स्थापना दरभंगा शहर में जिलाधिकारी, दरभंगा को स्थापित का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पटना में हर साल कार्यक्रम होता है, सरकारी कार्यक्रम अब दरभंगा में भी होगा। उन्होंने कहा कि शहीद सूरज नारायण सिंह का 119वीं जयंती है।
इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित थे। इन लोगों ने शहीद सूरज नारायण सिंह के चित्र पर पुष्प एवं माला अर्पित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागताध्यक्ष पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि सूरज नारायण सिंह का जन्म दरभंगा जिला के नरपतिनगर गांव में 17 मई,1906 को हुआ था। इन्होंने सविनय अवज्ञा आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभायें। इस आन्दोलन के अन्तर्गत दरभंगा जिला में नमक सत्याग्रह आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई। परिणाम स्वरुप उन्हें तीस हफ्तों की सजा हुई, 1932 में पुन: सत्याग्रह में भाग लेने के लिये उन्हें कारावास भेजा गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात वे किसान एवं समाजवादी आंदोलन से जुड़े रहे,ऐसे ही एक मजदूर आंदोलन के समय वे पुलिस की लाठी से घायल हो गये, इसी कारण से 21 अप्रैल 1973 को उनका देहान्त हो गया। मुख्यमंत्री बहुत कम समय के लिए कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस अवसर पर सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर, सांसद लवली आनंद, बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी, महेश्वर हजारी, मदन सहनी, संजय सरावगी, हरि सहनी के अलावा डॉ. विनय कुमार चौधरी, रामचंद्र साह, डॉ. मुरारी मोहन झा, चेतन आनंद सहित जिला परिषद अध्यक्ष सीता देवी, अभिषेक सिंह, भाजपा पश्चिमी अध्यक्ष आदित्य नारायण चौधरी मन्ना, जिला अध्यक्ष देवेंद्र कुमार झा, जिला अध्यक्ष ईश्वर मंडल, बीस सूत्री उपाध्यक्ष गोपाल मंडल, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, आयुक्त दरभंगा प्रमंडल कौशल किशोर, पुलिस उप महानिरीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम, जिलाधिकारी कौशल कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रड्डी जलरड्डी आदि उपस्थित थे।