सभी बिहार ग्राम रक्षा दल के लाखों नौजवानों एवं सभी देशवासियों को हार्दिक मंगल कामनाएं : रामप्रसाद राउत
खबर दस्तक
मधुबनी :
विश्व पर्यावरण दिवस के शुभ अवसर पर बिहार ग्राम रक्षा दल के लाखों नौजवानों एवं सभी देशवासियों को प्रतिज्ञा लेनी चाहिए, कि कम से कम 01 से लेकर 10 वृक्ष लगाने का संकल्प ले,तभी पर्यावरण की रक्षा हो सकेगी और हम लोगों का जीवन सफल हो सकेगा। मैं वर्षों से ग्राम रक्षा दल के बैनर तले पर्यावरण की रक्षा हेतु वृक्षारोपण कार्यक्रम कर रहे हैं। आज सूबे बिहार में लाखों वृक्ष लगाकर एक इतिहास को रचने का काम किये हैं। दूसरी तरफ बिहार सरकार के द्वारा लाखों ग्राम रक्षा दल के नौजवानों कि भविष्य की चिंता नहीं करना पीड़ा दायक है। वृक्षारोपण कार्यक्रम बहुत ही पवित्र कार्यक्रम है। हम सभी देशवासियों को विश्व पर्यावरण दिवस के शुभ अवसर पर जमकर वृक्षारोपण कार्यक्रम करनी चाहिए, क्योंकि एक वृक्ष सौ पुत्रों के समान होता है।
जानकारों का अनुभव है कि कोई भी देश-समाज शिक्षा से ही आगे बढ़ा है या बढ़ सकता है। प्राचीन समय में सम्यक् शिक्षण पद्धति के कारण ही भारत विश्वगुरु कहलाता था। यहाँ के अधिकतर लोग संतोषी और मेहनती रहे हैं। दूसरे के धन का लोभ छोड़कर शिक्षा के नैतिक प्रयोग से ज्ञान-विज्ञान, कला आदि में भारत संपन्न था।
अभी भारत की स्थिति थोड़ी कमजोर है। इसके पीछे शिक्षा का प्रायोगिक उपयोग कम होना भी कारण है। यदि हम अपने संसाधनों को ही देखें, तो कृषिप्रधान भारत में सरलता से आर्थिक संपन्नता का सूत्र छुपा है। बिहार के भागलपुर का धरहरा गाँव इसकी मिसाल है, जहाँ बेटी के जन्म पर कम-से-कम दस उपयोगी पेड़ लगाये जाने की परंपरा से बेटी के विवाह में पैसे की चिंता कम है और हरियाली बढ़ने से गाय-भैंस के लिए चारा भी पर्याप्त होने से दूध-घी की सहज उपलब्धता है।
भारत की अधिकांश मिट्टी उपजाऊ है। सरकार यदि केवल सड़क किनारे, विद्यालयों, सरकारी संस्थानों में, नदी किनारे आदि में सजावटी या कम उपयोगी पेड़-पौधों की जगह फलदार आम, आंवला, अमरुद, गिलोय युक्त नीम, पीपल, ब्राह्मी आदि विविध बहुउपयोगी पेड़-पौधों पर गंभीरता से ध्यान दे, तो 10-15 वर्षों में कायाकल्प हो सकता है। भारत की खाद्य समस्या, प्रदूषण आदि को हल करने में यह काफी सहायक होगा। भारत विश्व का ‘माइटोकाॅन्ड्रिया’ बन सकता है। इन पौधों की देखभाल का जिम्मा गरीब परिवारों को दिया जा सकता है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। सरकार का राजस्व बढ़ेगा, तो कल्याणकारी योजनाओं में बेहतर खर्च होगा, खासकर शिक्षा पर। ऐसे और भी सरल उपाय हो सकते हैं।
बिहार ग्राम रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष राम प्रसाद राउत ने कहा कि केवल सरकार अकेले क्या कर सकती है? जहां के लोग हैं उनके सामूहिक प्रयास से ही बदलाव संभव है, ऐसे में थोड़ा-बहुत योगदान हमारा भी होना चाहिए।
श्री राउत ने कहा कि पर्यावरण ही पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व का आधार है बिना इसके पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। स्वस्थ जीवन के लिए हमें शुद्ध हवा स्वच्छ पानी और हमारे आसपास स्वच्छ और उन्नत मिट्टी की आवश्यकता होती है और यह मूलभूत आवश्यकता है। पर्यावरण का ही अभिन्न अंग और अनिवार्य तत्व है, इसीलिए हम सभी को पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए।

