खबर दस्तक
संपादकीय
प्रदीप कुमार नायक(स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार)
चीन पूरी दुनियां में इतना हौआ बनाकर रखता है, लेकिन वो किसी देश युद्ध नही करता है l इसका कारण है चीन की आर्मी जो उसके देश की आर्मी नही बल्कि वो आर्मी वामपंथी पार्टी की आर्मी है जो कांट्रेक्ट पर रखी गई है इसीलिए उनमे युद्ध लड़ने की हिम्मत नही होती उनके सैनिक युद्ध का नाम सुनकर रोने लगते है वही हमारे भारत के सैनिक युद्ध का नाम सुनते ही मानो उनको दुनियां की सबसे बड़ी खुशी मिल चुकी हो।
वही हमारे भारत की आर्मी जो है वो किसी राजनीतिक पार्टी की आर्मी नही है बल्कि हमारे हमारे देश की आर्मी है इससे हमारी आर्मी देश के लिए कुछ भी करने को 24 घंटे तैयार रहती है।। और वामपंथी डरपोक होते है इसीलिए वो युद्ध नही लड़ते है वो सिर्फ सोसल मीडिया पर अपने लोग हायर करके केवल अपनी ताकत का सोसल मीडिया पर हॉउव्वा बनाते है या फिर कुछ अपने गुलामो को सभी देशों में बैठाकर कुछ पैसे देते रहते है और उनका काम होता है चीन की तारीफ करना सिर्फ और उसकी ताकत बताना इसीलिए और अपने जरखरीद गुलामो को उस देश मे इक्कठा करके जगह जगह सड़क पर प्रदर्शन करवाना ये सब सिर्फ माहौल बनाने के लिए किया जाता है ताकि लोग चीन से डरे।
बल्कि सच्चाई ये है कि किसी भी देश से युद्ध करके उससे जीत नही सकता वो सिर्फ सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनलों को पैसे खिलाकर अपने लिए माहौल बनाकर ही अपनी ताकत दिखाता है।। यही असिलियत है वामपंथियो की।। आप भारत मे भी देखना वामपंथी चीन से पैसे खाकर 10 20 वामपंथी इक्कठे हो जायेगे रोज कही भारत की यूनिवर्सिटी में या फिर अन्य जगह भारत के व्यापारियों के खिलाफ नारे लगाते मिलेंगे भारत की स्वदेशी कंपनियों के खिलाफ क्योंकि ये सब इनसे चीन करवाता है ये करने से चीन को फायदा होता है।
चीन की औकात पूरी ने देख ली है क्योंकि जो डिफेंस सिस्टम, मिसाइलें और फाइटर जेट भारत ने पाकिस्तान के उड़ाए है वो सब चीन के थे और वही चीन के पास भी है जो ज्यादातर नकली है। सिर्फ उसका दुनियां में उसने प्रचार मात्र करवॉया है जिससे उसकी बिक्री बढ़ी थी लेकिन जबसे भारत ने उसको सब तबाह कर दिया तभी से चीन घबराकर भारत मे बैठे वामपंथियो से भारत की कंपनियों के खिलाफ नारे लगवा रहा है और कुछ 10 20 वामपंथी इक्क्ठा होकर प्रदर्सन कर रहे है। इनको सरकार और जनता को मिलकर इन वामपंथियो रोकना चाहिए l
इनका इलाज एक ही है इन वामपंथियो का भारत मे मुह बंन्द कर दिया जाए।। ये जो 10 बीस लोगो की भीड़ इक्कठी करके गली गली चिरकुटों की तरह नारे लगाते है वैसे ही इनके खिलाफ हिन्दुओ को सड़क पर उतरकर इनके खिलाफ नारे लगाने चाहिए ये जहाँ भारत के व्यापारियों भारत की कंपनियों के खिलाफ नारे लगाते दिखे इनका वही विरोध होना चाहिए और ये काम प्रासासन नही कर सकती ये काम सिर्फ देश की जनता कर सकती है।। क्योंकि प्रासासन लोकतंत्र के नाते किसी को रोक नही सकती ऐसा करने से। लेकिन देश की जनता अपने देश हित के लिए इन्हें रोक सकती है इनका विरोध करके। वामपंथियो का पूरा बॉयकॉट करो और इनका विरोध करना शुरु करो क्योंकि ये भारत को कमजोर और चीन को फायदा देना चाहते है l