- शहर में भूजल 40 फूट नीचे गया जबकि ग्रामीण क्षेत्र में भी भूजल 22 फूट से नीचे
- कई प्रखंड में आईएम 2,3 चापाकाल नहीं दे रहा पानी
खबर दस्तक
मधुबनी :
मधुबनी जिले में भूजल स्तर में लगातार हो रहे गिरावट के कारण पानी की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ गया है। शहर में भूजल स्तर लगातार नीचे जाने के कारण अब आईएम 2,3 चापाकाल पानी देना कम कर दिया है। शहर में सामान्य से 15 फूट भूजल स्तर नीचे चला गया है। शहर का सामान्य भूजल स्तर 25 फूट होना चाहिए, जबकि अभी शहर का भूजल स्तर 45 फूट नीचे चला गया है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार भूजल स्तर नीचे जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र का सामान्य भूजल स्तर 16 फिट होना चाहिए, लेकिन अभी ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल स्तर 22 फूट से भी नीचे चला गया है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता गौरव कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार भूजल स्तर में गिरावट होने के कारण दिन के समय में सभी तरह के चापाकल पानी देना बंद कर दिया है।
किस प्रखंड में क्या है भूजल स्तर:
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मधुबनी डिविजन के तहत पड़ने वाले सभी ग्यारह प्रखंडों में लगातार भूजल स्तर नीचे हो रहा है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 31 मई को कराए गए भूजल मापी में पंद्रह दिनों में दो फूट तक भूजल स्तर नीचे चला गया है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मधवापुर प्रखंड में भूजल स्तर 20 फूट, जबकि सामान्य भूजल 17 फुट होना चाहिए। वहीं हरलाखी में 19 फूट, बासोपट्टी में 17 फुट 9 इंच, जयनगर में 17 फुट 5 इंच, बेनीपट्टी में 18 फूट2 इंच, बिस्फी में 20 फूट, खजौली में 17 फुट, कलुआही में 18 फूट, रहिका में 22 फूट, पंडौल में 23 फूट 3 इंच व राजनगर में 20 फूट 2 इंच भूजल स्तर नीचे हो गया है।
इस बाबत विभाग के सहायक अभियंता श्रीवास्तव ने कहा कि सबसे ज्यादा परेशानी पंडौल प्रखंड में हो गया है। विभाग नलजल योजना को सभी जगह चालू कर लोगो को पानी मुहैया करा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी प्रखंडों में नलजल योजना को चालू रखने के लिए मिस्त्री के गैंग में वृद्धि किया जा रहा है। पंडौल प्रखंड में अभी पांच गैंग मिस्त्री को कम पर लगाया गया है, जबकि अन्य प्रखंडों में भी चार गैंग मिस्त्री काम कर रहा है।
