- मधुबनी डिवीजन में करीब दो सौ पोल टूट कर गिरा, रहिका में ट्रांसफार्मर पर पेड़ गिरा। बिजली विभाग को करीब बीस लाख से ज्यादा का हुआ नुकसान।
खबर दस्तक
मधुबनी:
रविवार के देर रात को अचानक आए आंधी-तूफान, मेघ-गर्जन के कारण बिजली विभाग को बीस लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ है। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह ट्रांसफार्मर पर पेड़ गिर जाने एवं पोल टूट जाने के कारण बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। वहीं रविवार को हुए बारिश के बाद मधुबनी जिले के रेलखंड में बिजली के तार और पोल के अस्तव्यस्त हो जाने के कारण सोमवार शाम तक के सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इस रेलखंड पर जयनगर से पहली ट्रेन सोमवार शाम को स्वतंत्रता सेनानी (शाम 17:20 बजे) खुलने की संभावना है।
- कई प्रखंड में बिजली व्यवस्था खराब।
बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मधुबनी शहर के चकदह, भच्छी, मंगरौनी, जितवारपुर, रांटी सहित और कई जगह रात में बिजली पोल गिर जाने के कारण रविवार की रात शहर में तीन घंटे तक बिजली व्यवस्था चालू नहीं हो पाई। विभाग के कार्यपालक अभियंता मो० अरमान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के रहिका प्रखंड, बेनीपट्टी, बिस्फी, राजनगर, हरलाखी में पोल टूट कर गिर जाने के कारण 14 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही।
- करीब दो सौ पोल टूट कर गिरा
विभाग के कार्यपालक अभियंता मो० अरमान ने कहा कि रविवार के रात इतनी तेज आंधी तूफान आया कि तकरीबन दो सौ से अधिक सीमेंट का पोल गिर गया। पोल गिरने के कारण जिले के सभी प्रखंडों में 11 हजार एवं 33 हजार वोल्ट बिजली की आपूर्ति बंद हो गई। उन्होंने कहा कि सोमवार को शहर में दो दर्जन मिस्त्री को शहर के सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता के नेतृत्व में दिन भर पोल लगाने और बिजली तार को सही करने के लिए लगाया गया है। मंगरौनी फीडर में पोल पर पेड़ गिर जाने के कारण एक दर्जन डीटीआर में बिजली की आपूर्ति बंद रखी गई।
- 20 लाख से ज्यादा का नुकसान
कार्यपालक अभियंता मो० अरमान ने कहा कि आंधी तूफान के कारण तार टूटने और पोल गिरने से विभाग को करीब बीस लाख से ज्यादा का नुकसान हो गया है। रहिका सहित कई जगह ट्रांसफार्मर पर पेड़ गिरने के कारण इन जगहों पर ट्रांसफार्मर बर्बाद हो गया। जितने जगह पर ट्रांसफार्मर खराब हुआ सभी जगह पर सोमवार को दूसरा ट्रांसफार्मर लगाया गया।
- रात में ही शहर में चालू किया गया लाइन।
विभाग के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि आंधी के कारण रामनगर ग्रिड और पंडौल ग्रिड में 33 हजार लाइन आपूर्ति बंद हो जाने के बाद पहले 33 हजार लाइन को चालू किया गया। उसके बाद रात में इमर्जेंसी फीडर, ओल्ड फीडर, हवाई अड्डा फीडर और कोशी फीडर में कुछ डीटीआर को छोड़ कर देर रात लाइन को चालू कर दिया गया। विभाग के सहायक अभियंता सुधांशु कुमार, कनीय अभियंता अनिल कुसुम के नेतृत्व में बिजली मिस्त्री ने रात भर काम किया है। कार्यपालक अभियंता ने कहा कि रविवार के रात में तीन बजे तक जागकर सभी जगह के लाइन को चालू करवाया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार के दोपहर में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चालू कर दी गई है।