डीएम ने शत-प्रतिशत लक्ष्य पुरा करने का दिया था निर्देश।
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थियों का बनाया जा रहा आयुष्मान कार्ड।
2.50 लाख के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध महज 75 हजार लाभुकों का बनाया गया आयुष्मान कार्ड : 5 दिवसीय विशेष अभियान का हाल।
जिले में 40 लाख के एवज में मात्र 16 लाख। लाभार्थियों का बना गोल्डन कार्ड
खबर दस्तक डेस्क
मधुबनी
अन्य सभी जिलों की भांति मधुबनी में भी प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। जिसके तहत जिले में 40 लाख के एवज में 7 वर्षों में महज 16लाख 10 हजार लाभार्थियों का ही गोल्डन कार्ड बनाया गया है। वहीं पांच दिवसीय विशेष अभियान के तहत 2.50 लाख के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध महज 75 हजार लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है। जिसके बाद मधुबनी के जिला अधिकारी ने शत-प्रतिशत लक्ष्य पुरा करने का निर्देश दिया है।
क्या है आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड?
आपको बता दें कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड की शुरुआत सितंबर वर्ष 2018 में की गई थी। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सालाना 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराना है. हालांकि वर्ष 2024 में इस योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रत्येक व्यक्तियों को भी आयुष्मान वय वंदन योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। लेकिन विडंबना यह है 7 वर्षों के बाद भी जिला के निर्धारित लक्ष्य के एवज में महज 40.25 प्रतिशत (करीब) लाभुकों का ही आयुष्मान कार्ड बना है और करीब 59.75 लाभुकों का अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बनाया जा सका है।
कैसा रहा पांच दिवसीय विशेष अभियान का रिजल्ट
इस बीच सरकार के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर विशेष अभियान का भी आयोजित किया जाता रहा है। ताकि अधिक से अधिक लाभुकों को योजना का लाभ मिल सके। लेकिन कार्ड निर्माण की गति काफी कम है। आपको बता दें कि पिछले ही महीने 26 से 30 मई तक पांच दिवसीय विशेष अभियान में निर्धारित लक्ष्य 2 लाख 50 हजार के एवज में महज 75 हजार लाभुकों का ही आयुष्मान कार्ड बनाया जा सका।
डीएम ने शत-प्रतिशत लक्ष्य पुरा करने का दिया था निर्देश
जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लोगों का आयुष्मान कार्ड के लिए विशेष अभियान 26-30 मई तक आयोजित किया गया था। इस संबंध में डीएम ने अभियान के तहत युद्ध स्तर पर मिशन मोड में कार्ड बनवाने का निर्देश दिया था। ताकि सरकार द्वारा निर्धारित आयुष्मान कार्ड निर्माण का लक्ष्य पुरा किया जा सके। डीएम द्वारा जारी निर्देश में कहा गया था, कि आयुष्मान कार्ड विशेष अभियान की शुरुआत 26-28 मई तक होगी इसमें 2.50 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके बाद सरकार द्वारा इस समय सीमा को बढ़ाकर तीन दिवसीय के बदले पांच दिवसीय किया गया और अभियान को 30 मई तक बड़ा दिया किया गया। इस।पांच दिवसीय विशेष अभियान के तहत महज 75 हजार 565 आयुष्मान कार्ड का ही निर्माण हो पाया।
विशेष अभियान के तहत जिला का लक्ष्य 2.50 लाख था निर्धारित
आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया कि जिले में करीब 40 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। इसके एवज में 30 मई तक 16 लाख से अधिक लाभुकों का आयुष्मान कार्ड का निर्माण किया गया है। इसके बाद अभी भी करीब 24 लाख लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। वहीं 26-30 मई तक के आयुष्मान कार्ड विशेष अभियान के तहत जिला का लक्ष्य 2 लाख 50 हजार निर्धारित किया गया था। लेकिन विशेष अभियान के तहत इसके एवज में 75 हजार से लाभुकों का आयुष्मान कार्ड ही बन पाया। जो निर्धारित लक्ष्य का लगभग 30 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि इस तरह के विशेष अभियान के बाद भी लाभुक सीएससी पर प्रतिदिन अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।