खबर दस्तक
जमशेदपुर
7 जून को देशभर में ईद-उल-अजहा यानी बकरीद का त्योहार मनाया जाएगा, और इसकी तैयारियां जमशेदपुर में जोरों पर हैं। शहर के कई इलाकों में बकरा बाजार सज चुका है, जिनमें आम बागान, जुगसलाई, मानगो ओल्ड पुरुलिया रोड, धतकीडीह और रामदास भट्ठा प्रमुख हैं। शहर का सबसे बड़ा बकरा बाजार आम बागान में लगा है, जहां 20 हजार से लेकर 2 लाख तक के बकरे बिक रहे हैं। कुछ खास नस्लों के बकरे लोगों की खास पसंद बने हुए हैं। व्यापारी सलमान हुसैन के पास एक लाख की कीमत वाला एक बकरा है। वहीं एक अन्य बकरे की कीमत 75 हजार तक बताई जा रही है।
इस बार कीमतें ज्यादा बकरा रहने को लेकर विक्रेता खालिद (रामदास भट्ठा) का कहना है कि इस साल बकरों की कीमतें काफी ज्यादा हैं। मवेशियों की देखभाल, चारा और ट्रांसपोर्ट की लागत बढ़ने की वजह से दामों में इजाफा हुआ है। धार्मिक आस्था से जुड़ा पर्व अफसर खान ने बताया कि इस्लामिक मान्यता के अनुसार, हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम जब अपने बेटे हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी देने जा रहे थे, तो अल्लाह ने उनकी जगह एक दुंबा भेज दिया। उसी की याद में हर साल 10 जिल हिज्जा को कुर्बानी की परंपरा निभाई जाती है। बकरीद पर जमशेदपुर की मस्जिदों और ईदगाहों में विशेष नमाज अदा की जाएगी। लोग नए कपड़े पहनेंगे और घरों में खास पकवानों की खुशबू बिखरेगी। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी इस मौके का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।