खबर दस्तक
बिहार/भागलपुर :
बिहार राज्य के भागलपुर शहर को ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने के लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत कई चौक-चौराहों पर लगाई गई ट्रैफिक लाइटें अब खुद सवालों के घेरे में हैं। महज़ कुछ ही दिनों में ये लाइटें खराब हो गई हैं, जिससे यातायात व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के कई व्यस्त चौराहों पर आधुनिक ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम लगाया गया था। उम्मीद थी कि इससे ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी, लेकिन लाइट्स के लगने के कुछ ही दिनों बाद वे खराब हो गईं। नतीजा चौराहों पर अफरा-तफरी, वाहन चालकों में भ्रम और ट्रैफिक जाम की वापसी।
वाहन चालक का कहना है कि हम लोग तो परेशान हो गए हैं। समझ में नहीं आता लाइट चालू है या बंद। वाहन मालिक गुस्सा करते है। वे कहते है कि गाड़ी लेकर कहां घूम रहे हो। जाम में फंसने पर उन्हें अपने मालिकों से डांट सुननी पड़ती है। कई बार उन्हें शक होता है कि चालक जानबूझकर देर कर रहा है। इससे ड्राइवरों पर मानसिक दबाव बढ़ रहा है। हालात ऐसे हैं कि अधिकारियों से जब जवाब मांगा जाता है, तो वे चुप्पी साध लेते हैं। कोई भी इस पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
अगर ये स्मार्ट सिटी है, तो फिर उक्त समस्याओं का समाधान प्रशासन द्वारा क्यों नहीं किया जा रहा है। कोई देखने वाला नहीं है शहर की जनता अब सवाल पूछ रही है कि क्या स्मार्ट सिटी सिर्फ कागज़ों पर ही है और क्या इन योजनाओं की कोई निगरानी नहीं की जा रही तो एक बार फिर स्मार्ट सिटी का स्मार्ट सिस्टम सवालों के कटघरे में है। देखना होगा कि कब तक ये खराब लाइटें सुधरती हैं और लोगों को जाम से राहत मिलती है।