MADHUBANI / BANIPATTI NEWS :
खबर दस्तक
मधुबनी/बेनीपट्टी :
मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के ग्राम बलिया निवासी शिक्षक मो. मंसूर आलम, जो वर्ष 2007 से प्राथमिक विद्यालय नासिर गंज निस्ता थाना-सिंहवाड़ा,जिला-दरभंगा में कार्यरत थे तथा ये शकरपुर भरवाड़ा में डेरा लेकर सपरिवार रहते थे। वहीं इनके डेरा से महज दो किलो मीटर की दूरी पर ही विद्यालय है। जिन्हे विगत 28 मई को विद्यालय जाने के क्रम में निस्ता गांव के समीप अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी। गोली लगने से शिक्षक श्री आलम ने मौके वारदात पर ही दम तोड़ दिया, वे लगभग 52वर्ष के थे।मृतक मो. मंसूर आलम के परिवार में इनके दो पुत्र एवं तीन पुत्री हैं, जिसमें से मात्र एक पुत्री का वे शादी कर चुके थे, बाकी अन्य सभी पुत्र पुत्री गैर शादी शुदा और माता पिता पर आश्रित थे।
इसको लेकर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड इकाई बेनीपट्टी(मधुबनी) कार्यकारी अध्यक्ष मो० मकसूद आलम ने घोड़ निंदा करते हुए बताया कि पूरे बिहार में इनकी मौत की खबर सुनते ही शिक्षकों में दहशत का माहौल बन गया है तथा बिहार सरकार एवं पुलिस प्रशासन से स्वर्गीय मो. मंसूर आलम के हत्यारे को शीघ्र पकड़ने तथा हत्यारे को भी फांसी की सजा देने व उनके पत्नी एवं आश्रित बच्चों एवं उनके पिता और माता जो कई सालों से लंबी बीमारी के कारण ईलाज चलता आ रहा है, जिसका देखभाल भी मृतक शिक्षक के जिम्मे ही था, को लेकर बिहार सरकार से पचास लाख रुपए मुआवजा एवं मृतक के परिजनों को अविलंब अनुकंपा पर नौकरी, पारिवारिक पेंशन देने की मांग किया।
उक्त घटना एवं मांग को लेकर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के सम्मिलित जिला अध्यक्ष संजीव कुमार कामत जिला उपाध्यक्ष, राकेश कुमार चौधरी, जिला उपाध्यक्ष नूर आलम, प्रखंड संघ बेनीपट्टी के राकेश प्रधान, सुरेंद्र कुमार पासवान, अजमत नदाफ, राधारमन साह, हृदेश कुमार, मोजीबूर रहमान, शिला कुमारी, इंद्रकुमार आदि संघीय पदाधिकारी शामिल हैं।
संघ ने कहा कि बिहार सरकार यदि मृतक मंसूर के हत्यारे को नहीं पकड़ा गया और उक्त मांगे पूरी नहीं होती है, तो प्रखंड संघ राज्य स्तरीय संघ के माध्यम से बिहार सरकार तक इस मुद्दे को उठाया जाएगा।

