MADHUBANI NEWS :
मधुबनी / लदनियां ( रामकुमार यादव ) :
भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न तनाव को देखते हुए जिले के लदनियां थाना क्षेत्र से लगने पर वाली भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मधुबनी जिले में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 48वी, वाहिनी, एसएसबी के जबान अलर्ट मोड में है। सभी आने-जाने वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है। सभी स्तरों के पहचान संबंधित पुछताछ एवं जांच पड़ताल के बाद समान और वाहनों की तलाशी ली जा रही है।
लेकिन यह व्यवस्था सिर्फ मुख्य मार्ग पर ही देखी जा रही है, जबकि भारत नेपाल सीमा के बीच दर्जनों पगडंडी वाले रास्ते हैं, जहां जवानों को तैनात नहीं किया गया है। यहां भी जवानों की तैनाती की आवश्यकता है। मधुबनी जिला से लगने वाली 107 किलोमीटर लंबी और खुली सीमा पर एसएसबी की दो बटालियनों को सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 48वीं बटालियन, एसएसबी, जयनगर के अंतर्गत देवधा, जयनगर, बासोपट्टी, हरलाखी, साहरघाट एवं मधवापुर थाना क्षेत्र से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा से कई पगडंडी वाले रास्ते से दोनों देशों के बीच आने जाने की रास्ते हैं। जहां से एसएसबी के द्वारा कई वर्षों से पाकिस्तानी संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीँ, लदनियां थाना क्षेत्र में 18वीं बटालियन, एसएसबी को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है, जिसके जिम्मे योगिया से लेकर पिपराही बोर्ड है। परंतु विडंबना है कि दर्जनों पगडंडी रास्ते रहने के बाद भी मात्र एक लदनियां प्रखंड बाजार से बरयारपट्टी जाने वाली सड़क पर सीमा पर अवस्थित एसएसबी के द्वारा गहन जांच किया जा रहा है। पगडंडी वाले रास्ते पर कोई निगरानी नहीं है।

