MADHUBANI / JAINAGAR NEWS :
मधुबनी/जयनगर : मधुबनी जिला के जयनगर के आर्यकुमार पुस्तकालय परिसर में के वाइब्रेंट के द्वारा सम्मान सह रोजगारमुखी शिक्षा संवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वाइब्रेंट के मीडिया पार्टनर पप्पू पूर्वे एवं गौरव शर्मा तथा मंच का संचालन जनमंजय सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में आए हुए मुख्य अतिथि नगर पंचायत जयनगर के अध्यक्ष कैलाश पासवान, वाइब्रेंट के डायरेक्टर सह किरण टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के सचिव सियाराम मिश्र, जनमंजय सिंह, अब्दुल तबाब हाशमी, धमेंद्र कुमार, बेलही पश्चिम पंचायत के सरपंच मोहम्मद जहाँगीर हाशमी, शारदा कंप्यूटर के डायरेक्टर सन्तोष शर्मा, न्यू जेनेरेशन कंप्यूटर इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम चौधरी, प्रगतिशील शिक्षा केन्द्र कैलाश पासवान, द मार्गदर्शन एकेडमी के राजीव रंजन, एजुकेशन वर्ल्ड के सरोज कुमार, गुरुकुल एकेडमी के विजय कुमार, जेएमएस कोचिंग के डायरेक्टर शियाराम कुमार, माँ प्रभा एजुकेशन सेंटर के गुरु कुमार दास, ज्ञान किरण कोचिंग के विष्णुदेव चौधरी, न्यू प्रोडजी सेंट्रल स्कूल के डायरेक्टर ई० आनंद कुमार, लिटिल फ्लावर स्कूल के डायरेक्टर आशुतोष कुमार, ज्ञान दीप के सराज मंडल, विवेकानंद आर्ट्स ट्यूटोरियल के केशव पाठक, सरफराज मैथमेटिक्स के मोहम्मद सरफराज, समाजसेवी नोमान राजा, गोविंद जोशी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इसके बाद आए हुए सभी अतिथि शिक्षकगण को मिथिला के परम्परा के अनुसार पाग, दोपट्टा और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
इसके बाद मैट्रिक, इंटर एवं ग्रेजुएशन की परीक्षा में सफल छात्र एवं छात्राओं को मेंडल पहनाकर सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अन्य वक्ताओं ने कहा कि समाज को बेहतर बनाने के लिये शिक्षा बहुत जरूरी है और यह तब संभव होगा, जब बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगा। शिक्षा से समाज का चहुमुंखी विकास होता है। मैट्रिक, इंटर एवं ग्रेजुएशन में सफल हुए विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाने के लिए यह सम्मान समारोह कार्यक्रम वाइब्रेंट के द्वारा यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। बच्चों ने मैट्रिक,इंटर एवं ग्रेजुएशन परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया है, जो बहुत ही सराहनीय है। इस दौरान सफल छात्र-छात्राओं को सम्मानित कर उनका उत्साह वर्द्धन किया गया तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
वहीं, वाइब्रेंट कंपनी के डायरेक्टर सियाराम मिश्र ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर शिक्षा ग्रहण करने के बाद आगे की पढ़ाई कैसे करें और कहां से करें, इस बात की चर्चा उन्होंने छात्रों और अभिभावकों से की। साथ ही उपस्थित लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने लक्ष्य को चुने। अभिभावक अपने बच्चों के मन को समझे की उसे किस विषयों में पढ़ने में मन लगता है, उसे उस विषयों पर अध्ययन करने को प्रोत्साहित करें। अपने आपको गरीब और गरीबी का सहारा लिए बिना अपने बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने पर हमेशा ध्यान दे। मैट्रिक व इंटर पढ़ाई पूरी करने के बाद कई तरह के रास्तें आपके लिए खुले जाते हैं। सरकार ने भी आगे की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत भी की है तथा गरीब मजदूर श्रेणी के लोग अपने बच्चों को हर संभव प्रयास कर अवश्य पढ़ाएं। शिक्षा से ही इंसान के जीवन में सुधार आता है। बिहार स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बिहार सरकार अधिकतम चार लाख रुपया पढ़ने के लिए सहायता देती है, इस कार्ड के माध्यम से विद्यार्थी मैनेजमेंट कोर्स, मेडिकल, पारा मेडिकल कॉर्स, फार्मेसी, इंजीनियरिंग ऑल कोर्स, कृषि से सम्बंधित कोर्स, लॉ और दूसरे रोजगार मुखी कोर्स को भी कर सकते है।
इस मौके पर उपस्थित कई इस क्षेत्र के ग्रामीण लोग मौजूद थें।