MADHUBANI/ HEATH NEWS :
मधुबनी : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम लोगों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। इस योजना के तहत मिलने वाली स्वास्थ सेवाओं से लोग लाभान्वित हो रहे हैं। खासकर वैसे लोग जो आर्थिक तंगी एवं गरीबी से गुजर रहे हैं, उनके लिए तो यह योजना बेहद कारगर साबित हो रही है। इस योजना के तहत लोगों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यकम (आरबीएसके) के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क सर्जिकल एवं नन सर्जिकल सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित बाल हृदय योजना से जिले में भी कई परिवार लाभान्वित हुआ है। इस योजना के तहत जिले में अब तक 100 से अधिक बच्चों का हृदय में छेद का नि:शुल्क व सफल ऑपरेशन हो चुका है। बच्चों में जन्मजात तालु का काटना या तालु से जीभ का सटा होना (क्लेफ्ट लिप एंड प्लेट) जन्मजात पैरों में टेढ़ापन होना (क्लब फुट) एवं पेशाब की नली में समस्या (न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट) जैसी समस्यों का भी नि:शुल्क सफल ऑपरेशन कराया जा चुका है। ये बच्चे आज पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 19 मार्च को डंकन हॉस्पिटल रक्सौल में जिले के 22 बच्चों को भेजा गया, जिसके तहत जिले के कटे होंठ, कटे तालु, नाक कटा जीभ चिपका जैसे जन्मजात दोष से ग्रसित बच्चों का नि:शुल्क ऑपरेशन करना था। कैंप का आयोजन 23 मार्च से 27 मार्च तक किया गया, जिसमें 10 बच्चे का सफल ऑपरेशन किया गया, जो अभी स्वस्थ हैं। अन्य बच्चों में ब्लड की कमी तथा अन्य कारणों से ऑपरेशन नहीं किया, जिसे अगले चरण में किया जाएगा। ऑपरेशन के लिए मरीज से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया गया एवं रहना खाना मुफ्त दिया गया।
दस बच्चों का हुआ सफल ऑपरेशन :
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक दीपक कुमार ने बताया प्रथम चरण में दस बच्चों का सफल ऑपरेशन किया गया, जिसमें अदिति कुमारी अंधराठाढ़ी, शिवांश कुमार, सुहानी कुमारी बेनीपट्टी, मोहम्मद इस्माइल रेहान हरलाखी, राधिका कुमारी झंझारपुर, कृष कुमार कलुआही, लव कुमार खजौली, लक्ष्मी कुमारी लदनिया, मोहम्मद नियाजउद्दीन पंडोल, वेदांश मधेपुर का सफल ऑपरेशन किया गया।
किन किन रोगों का होता है निःशुल्क इलाज :
सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार ने बताया राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जन्म से 18 वर्ष के बच्चों का तीन दर्जन से अधिक जन्मजात रोगों का बिहार सरकार द्वारा निःशुल्क इलाज एवं ऑपरेशन कराया जाता है। जन्म के समय दोष में तांत्रिक ट्यूब दोष(दिमाग, स्पाइनल कार्ड, रीढ़ की हड्डी में जन्मजात विकृति) डाउन सिंड्रोम (जन्म से कम बुद्धि विकास), कटे होठ और तालु, क्लब फुट (पैरों का टेढ़ापन), कूल्हे का विकासात्मक डिस्प्लेसिया,जन्मजात मोतियाबिंद, जन्मजात बहरपान, जन्मजात हृदय रोग की रेटिनोपैथी कुसमयता (नेत्र विकार), आंखों का तिरछापन, सिर का छोटा या बड़ा होने का विकार सहित अन्य कुपोषण से संबंधित बीमारियां शामिल हैं।
योजना से लोगों को मिल रही सुविधाएं : सीएस
सिविल सर्जन ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा को लेकर सरकार द्वारा जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं, उसका लाभ जिले के लोगों के द्वारा बखूबी लिया जा रहा है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले में हृदय रोग के साथ साथ तालु, क्लब फुट सहित अन्य जन्मजात रोगों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। लोग लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए मधुबनी जिला स्वास्थ्य समिति प्रयासरत है।