MADHUBANI / BABUBARHI NEWS :
मधुबनी/बाबूबरही
मधुबनी जिले के बाबूबरही थाना क्षेत्र के मुरहद्वी गांव निवासी एक दलित मजदूर को काम करने से इनकार करना महंगा पड़ गया। जातिसूचक गाली, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में पीड़ित ने स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। लेकिन घटना के नौ दिन बाद भी पुलिस की निष्क्रियता से पीड़ित और उसके परिजन डरे हुए हैं। मामले में भोगी सदाय (45 वर्ष), पिता जीवछ सदाय ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि 3 अप्रैल 2025 की शाम करीब 5:30बजे जब वह खुटौना से मजदूरी कर लौट रहा था, तभी बरैल चौक के पास खुटौना थाना क्षेत्र के संतोष मांझी, सत्यनारायण मांझी, सोनू उर्फ सतीश मांझी, साकेत मांझी, आशुतोष मांझी, रिशु मांझी, रजनी देवी, निर्मला देवी समेत अन्य पांच अज्ञात लोगों ने उसे घेर लिया। आरोपियों के पास हथियार, लाठी और लोहे की रॉड थी। पीड़ित के अनुसार, आरोपियों ने उसे जातिसूचक गालियां दीं, गमछे से घसीटा, गला दबाया और बुरी तरह पीटा। इस दौरान उसकी जेब से 15,000 रुपये की नकदी भी छीन ली गई। इतना ही नहीं, उसके ऊपर थूकने और जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है। घटना के बाद पीड़ित ने बाबूबरही स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया, लेकिन डर के कारण तत्काल थाने में शिकायत नहीं कर सका। अंततः 6 अप्रैल को उसने थाने में लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई। हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस घटना को बीते नौ दिन हो गया है। इससे स्थानीय लोगों में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर आक्रोश है। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस किसी के दबाव में काम कर रही है, जिससे उसे और उसके परिवार को लगातार खतरा महसूस हो रहा है।