Nirmala Sitharaman: निर्मला सीतारमण ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के चलते निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल रहा है और तो विदेशी निवेशक और रिटेल निवेशक मुनाफावसूली भी कर रहे हैं.
Stock Market Crash: शेयर बाजार में जारी लगातार गिरावट और विदेशी निवेशकों के बिकवाली पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा बयान दिया है. वित्त मंत्री ने कहा, विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों में मुनाफा बनाया है और अब वे मुनाफा बनाकर निकल रहे हैं. उन्होंने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था का जो मौजूदा माहौल है उसमें निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल रहा है और तो लोग मुनाफावसूली भी कर रहे हैं. दरअसल बीते 9 दिनों से लगातार भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली देखी जा रही है. तो बीते पांच महीने में सेंसेक्स-निफ्टी में 15 फीसदी के करीब गिरावट आ चुकी है.
मुंबई में वित्त मंत्री ने वित्त मंत्रालय के साथ पोस्ट-बजट प्रेस कॉंन्फेंस किया जिसमें शेयर बाजार में जारी गिरावट को लेकर वित्त मंत्री से सवाल पूछे गए. इसी क्रम में विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजारों में जारी बिकवाली को लेकर निर्मला सीतारमण से सवाल किया तो उन्होंने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के चलते निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल रहा है और तो विदेशी निवेशक और रिटेल निवेशक मुनाफावसूली भी कर रहे हैं. इसी सवाल का जवाब देते हुए वित्त सचिव तूहिन कांता दास ने कहा, ये सच नहीं है कि विदेशी निवेशक एक इमर्जिंग से निकलकर दूसरे इमर्जिंग मार्केट में जा रहे हैं. बल्कि वे जिस देश से आये हैं उसी देश से यानी अमेरिका वापस जा रहे हैं. उन्होंने कहा, सरकार ने ग्लोबल अनिश्चितता के बावजूद अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए कई कदम उठाये हैं और आगे भी उठाती रहेगी. वित्त मंत्रालय के दूसरे अधिकारियों ने कहा, ग्लोबल अनिश्चितता बाजार में बिकवाली आई है और ये शार्ट टर्म है.
शेयर बाजार में तेज बिकवाली के चलते 14 महीने में पहली बार बाजार का मार्केट कैपिटलाइजेशन 4 ट्रिलियन डॉलर के नीचे जा फिसला है. शेयर बाजार का मार्केट कैप घटकर 3.99 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है जो कि 4 दिसंबर 2023 के बाद सबसे कम है. दिसंबर 2023 में भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप 5.14 ट्रिलियन के लेवल पर जा पहुंचा था. यानी इस लेवल से मार्केट कैप में 1 ट्रिलियन डॉलर का सेंध लग चुका है. निफ्टी 26000 के लेवल से 23000 के नीचे तो सेंसेक्स 86000 के लेवल से 76000 के नीचे फिसल चुका है. निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 60000 से गिरकर 50000 के नीचे आ चुका है.