खबर दस्तक, जहानाबाद/बिहार
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में आज जहानाबाद में ‘बिहार बदलाव जनसभा’ करने पहुंचे। शहर के गांधी मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री अशोक चौधरी पर फिर से जोरदार हमला किया।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जदयू नेता अशोक चौधरी ने दो सौ करोड़ रुपये की जो अलग अलग जमीनें अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर खरीदी हैं, उनका ब्योरा सार्वजनिक किया गया है। अब अशोक चौधरी जनता को बताएं कि उसमें कौन प्रॉपर्टी सही है और गलत है। अगर हम गलत हैं, तो कारवाई करें। जेल में डाल दें या मानहानि कर दें। अगर सही है, तो फिर वो इस्तीफा दें और पद छोड़ें। उनकी पार्टी के नेता नीरज कुमार ने भी कहा है कि यह जदयू की परिपाटी है कि जिन पर इल्जाम लगा उन्हें पब्लिक में आकर जवाब देना चाहिए।
आगे उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव के मंच से पीएम मोदी की मां को गाली दिए जाने के नए मामले में दोनों पक्षों पर निशाना साधा। प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनाव के समय इनलोगों का फिक्स मैच है। बिहार में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मोदी जी को गाली देंगे। मोदी जी आयेंगे तो राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को गाली देंगे। जनता इसी में उलझ जाती है। लेकिन यह लोग बिहार के बच्चों को दूसरे राज्यों में पड़ने वाली गालियों पर नहीं बोलेंगे। ना ही बिहार से पलायन रोकने या रोजगार देने पर बोलेंगे। बिहार में बाढ़ पर भी इन लोगों ने एक शब्द नहीं कहा।
प्रशांत किशोर ने इसी क्रम में कहा कि तेजस्वी यादव की मां राबड़ी देवी भाजपा के दिलीप जायसवाल को भाई बोलती हैं और उधर तेजस्वी यादव के लोग मोदीजी को गाली देते हैं। यह लोग मिलकर जनता को मूर्ख बना रहे हैं। आपस में लड़कर और वोट लेकर दोनों पांच साल मिलकर ही रहेंगे।
इससे पहले प्रशांत किशोर ने जहानाबाद की जनता से बड़ा वादा करते हुए कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बड़ा ऐलान किया कि जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जाएगा, तब तक आप अपने पंद्रह साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं और उनकी फीस सरकार भरेगी ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके।
इसके अलावा प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि इस साल बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। छठ के बाद जहानाबाद के युवाओं को दस-बारह हजार रुपये की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा। बिहार भर के ऐसे पचास लाख युवाओं को वापस बुलाकर उन्हें यहीं दस-बारह हजार रुपये का रोजगार दे दिया जाएगा।