- जिला बढ़ते जल संकट को लेकर डीएम के समक्ष हुआ आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन
- डीसीएलआर से हुआ वार्ता
- जल संकट दूर करने पर हुआ विचार-विमर्श
खबर दस्तक
दरभंगा :
दरभंगा जिला को सुखाड़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने, जिला बढ़ते जल संकट को हल करने, जरूरतमंद जगहों पर चापाकल देने सहित अन्य मांग को लेकर भाकपा(माले) के पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज गुरुवार को दरभंगा डीएम के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन जुलुस पोलो मैदान से निकलकर समाहरणालय होते हुए लहेरियासराय टावर होते हुए पुन पोलो मैदान में आकर सभा में तब्दील हो गया।
मार्च का नेतृत्व जिला स्थाई समिति सदस्य पप्पू पासवान, शनिचरी देवी, जिला परिषद सदस्य सुमित्रा देवी, हरि पासवान, महानगर सचिव प्रो कामेश्वर पासवान, मोहम्मद जमालुद्दीन, देवेंद्र कुमार, प्रवीण यादव, पप्पू पासवान, शीला देवी, राजदीप राम, सबरी देवी सहित कई लोग कर रहे थे।
प्रदर्शन के दौरान जिलाधिकारी द्वारा नियुक्त दंडाधिकारी डीसीएलआर के साथ आंदोलनकारी का वार्ता हुआ।
वार्ता में वरिष्ठ नेता आर.के. सहनी, अभिषेक कुमार, नंदलाल ठाकुर, अशोक पासवान, बैद्यनाथ यादव, छोटू, लाल बहादुर सदा, विनोद सिंह शामिल थे।
इस अवसर पर भाकपा(माले) नेताओं ने कहा कि पूरा उत्तर बिहार सुखाड़ की चपेट में है। सुखाड़ के चलते किसान से लेकर आम आवाम तक परेशान है। वही दूसरी ओर पूरा जिला संकट से जूझ रहा है। जगह-जगह पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन सरकार चैन की नींद सोई हुई है। पूरे जिला में भाजपा-जदयू के जनप्रतिनिधि जीते हुए है, लेकिन सभी जनप्रतिनिधि अपने चुनाव की तैयारी में लगे हुए है। लेकिन उन्हें जल संकट और सुखाड़ की कोई चिंता नहीं है। आगे माले नेताओं ने कहा कि जल संकट को लेकर दरभंगा की जनता में काफी आक्रोश है। अगर सरकार जल्द जल संकट का समाधान नहीं करती है, तो और बड़ा जनांदोलन की शुरुआत की जाएगी।भाकपा(माले) नेताओं ने सरकार से मांग किया कि दरभंगा जिला को सुखाड़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाय तथा जल संकट को हल करने के लिए गांव पंचायतों में चापाकल की व्यवस्था करने की मांग की।